लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा अखिलेश सरकार खेल और खेल प्रेमियों के प्रति लापरवाह है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने राज्य स्तरीय परिषदीय खेल प्रतियोगिताओं में हुई अव्यवस्था पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा खेलो को लेकर विवाद में आये शिक्षा विभाग ने पहले लिंग के आधार पर खेलों में विभेद किया जब हो-हल्ला मचा तो नकारा गया अब जो खेल हो रहे है उनमें महज औपचारिकता निभाने की कोशिश हो रही है। अव्यवस्था का आलम ये है कि खिलाड़ी पार्किंग में बैठकर जानवरों के बीच भोजन कर रहे है, यहां तक की प्राथमिक चिकित्सा तक की व्यवस्था नहीं हैं।

शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय पर राज्य स्तरीय परिषदीय खेलों में हुई अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि खेलों के प्रति ये दोहरा मापदण्ड क्यों ? एक ओर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खेलों के प्रति अपनी प्राथमिकता जताते है दूसरी ओर जब विभिन्न मण्डलों से बच्चे राजधानी में खेलने आते है तो उन्हें अव्यवस्थाओं का शिकार होना पड़ता है। विभिन्न मण्डलों से आई टीमों को अलग-अलग रूकने की व्यवस्था की गयी किन्तु आवागमन के साधन तक नहीं उपलब्ध हुये, जहां ये टीमें रूकी, वहां सुरक्षा का कोई प्रबन्ध नहीं था। 

उन्होंने कहा कि अव्यवस्थाओं का आलम ये है कि हैण्डबाल खेल के दौरान जब एक लड़की चोटिल होती है तो उसे चिकित्सीय सुविधा के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है, आनन-फानन में उसे एक शिक्षक की गाड़ी से किसी तरह अस्पताल ले जाया जाता है। अखिर जब खेलों के आयोजन का निर्णय लिया गया तो इन परिस्थितियों का ध्यान क्यों नहीं किया गया कि इसमें भाग लेते समय यदि कोई प्रतिभागी चोटिल होता है तो उसे तुरन्त कैसे चिकित्सीय व्यवस्था उपलब्ध कराई जाये। स्वाभाविक है महज खानापूर्ति के लिए हो रहे इन आयोजनों को गंभीरता से नहीं लिया गया। 

श्री पाठक ने कहा कि समान्य सुविधाओं की अनदेखी कर हो रहे आयोजन से खिलाड़ी बच्चों पर खराब संदेश जा रहा है वो हतोत्साहित हो रहे है। एक ओर खेल के लिए आवंटित बजट का पैसा नहीं खर्च हो रहा है दूसरी ओर खर्च करने के नाम पर खानापूर्ति कर काम चलाने की कोशिश हो रही है। भाजपा प्रवक्ता ने लापरवाही के कारण हुई अव्यवस्थाओं के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही की मांग करते हुए आयोजन को लेकर जो अव्यवस्थाऐं हुई है उन्हें दुरूस्त किये जाने की मांग की।