नई दिल्ली: लंबे समय से बंद पड़ी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या ने ट्वीट कर कहा है कि वह भगोड़े नहीं है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि वह एक अंतरराष्ट्रीय व्यापारी हैं और इस सिलसिले में भारत से दूसरे देशों को जाते रहे हैं।  उन्होंने कहा कि मैं भारत से भागा नहीं और ना ही मैं कोई भगोड़ा हूं। 

किंगफिशर पर बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। बैंकों ने इस कर्जे की वसूली तक सुप्रीम कोर्ट से उनके देश छोड़ने पर रोक लगाने की गुहार लगाई थी। हालांकि इस मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के पूछने पर अटॉर्नी जनरल ने बताया था माल्या 2 मार्च को ही देश छोड़ चुके हैं।

इस खबर के बाद उनके देश से भागने की अटकलें लगने लगी थीं। हालांकि उन्होंने इन खबरों के बकवास बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘एक भारतीय सांसद होने के नाते मैं देश के कानून का पूरा सम्मान करता हूं और इसका पालन करूंगा। हमारी न्याय व्यवस्था मजबूत और आदरणीय है। लेकिन मीडिया द्वारा कोई ट्रायल नहीं।’ 

दरअसल सुप्रीम कोर्ट में 17 बैंकों की और से याचिका दायर कर कहा गया है कि उद्योगपति विजय माल्या ने स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया सहित 17 बैंकों से लगभग 9000 करोड़ रुपया ऋण लिया हुआ है, जो चुकाया नहीं गया है। माल्या यह रुपया देने के बजाय लंदन जाकर सेटल होना चाहते हैं। इससे उनका रुपया डूबने का डर है, इसलिए विजय माल्या का पासपोर्ट जब्त कर देश से बाहर जाने पर रोक लगाई जाए।