लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व तेज़ गेंदबाज सिकंदर बख्त ने कहा है कि नई चयन समितियों में उन लोगों को शामिल किया जाए जिन्हें नौकरी की परवाह न हो बल्कि वह क्रिकेट की सेवा की भावना से अपना काम करें।

सिकंदर बख्त का कहना है कि नए मुख्य चयनकर्ता के रूप में इकबाल कासिम आ रहे हैं और वह भी हारून रशीद की तरह हर वक्त पीसीबी में किसी न किसी तरह “बने” रहते हैं और कोई न कोई पद रखते हैं उसी तरह बासित अली जो मेरे बहुत करीबी दोस्त हैं पहले वह  अंडर -19 टीम के कोच थे लेकिन उन्होंने बतौर कोच कोई कारनामा अंजाम नहीं दिया तो अब चयन समिति में उन्हें किस आधार पर लिया जा रहा है।

सिकंदर बख्त का कहना था कि हमारे क्रिकेटरों की विडंबना है कि जिनके पास जॉब नहीं होती तब वह क्रिकेट बोर्ड की नीतियों पर खुलकर आलोचना करते हैं और जब काम हो जाता है तो तारीफें शुरू कर देते हैं। नई चयन समिति में ऐसे लोगों को चयनकर्ता बनाया जाए जिन्हें नौकरी की परवाह न हो। चयनकर्ताओं को खिलाड़ियों की प्रतिभा का पता होना चाहिए और उसमें इतनी ऊर्जा है कि वह सुबह से शाम तक मैदान में बैठकर हर लड़के का प्रदर्शन देख सके और खिलाड़ियों की खामियों और गुणों को जान सके।

उन्होंने कहा कि हमारे पूर्व क्रिकेटरों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि उनके पास नौकरियां नहीं हैं जिसके कारण वह क्रिकेट बोर्ड को डरा-धमकाकर नौकरियां प्राप्त कर लेते हैं, नई चयन समितियों में ऐसा नहीं होना चाहिए और योग्यता के आधार पर लोगों को सिलिकेट किया जाय।