लखनऊ: गुरु गोबिन्द सिंह जी के 350 प्रकाश वर्ष के उपलक्ष्य में प्रदेश के कारागार मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया ने जिला कारागार लखनऊ में निरुद्ध ऐसे 14 सिद्धदोष बंदी, जो केवल अर्थदण्ड के एवज में सजा भोग रहे थे, उन्हें छुड़वाने हेतु  गुरुद्वारा केन्द्रीय सिंह सभा, आलमबाग, लखनऊ द्वारा 60000 रुपए जमा करवा कर उन्हें आज रिहा करा दिया। उन्होंने बताया कि 16 जनवरी से साल के खत्म होने तक 4000  बंन्दी जो जुरमाना  न भर पाने के कारण सजा काट रहें हैं उनका जुरमाना भरवा कर उन्हें रिहा किया जाएगा। 

जिन 14 बंदियों को इस तरह से रिहा किया गया उनमें सिकन्दर यादव पुत्र रामसहाय, रईस पुत्र लईक, मुकेश पुत्र रुपा सोनकर, राजेश कश्यप पुत्र तोलेराम, रमेश सोनी पुत्र रामलखन, रिंकु पुत्र सुरेन्द्र, भीम सिंह पुत्र धाम सिंह, साहिल उर्फ फहीम पुत्र यासीन, रवि शंकर पुत्र रामशंकर, चून्नू कश्यप पुत्र जगदीश प्रसाद, मो0 नफीस पुत्र स्व सिद्दीकी, मन्नू कोरी पुत्र रामचन्दर कोरी, पप्पू उर्फ दयाशंकर पुत्र रामबरन तथा सहजराम रावत उर्फ तोहरु पुत्र महादेव शामिल हैं।                                

कारागार मंत्री ने आज जिला कारागार, लखनऊ में महिला बंन्दियों के बैरक में जाकर रसोईघर में बन रहें खाने को खाकर देखा जो मानक के अनुसार पाया गया एवं महिला बंन्दियों से मुलाकात कर किस अपराध में बन्द है जानकारी प्राप्त की। उनसे उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।