मीरपुर: जीत के अश्वमेधी अभियान पर सवार भारतीय क्रिकेट टीम एशिया कप टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में कल बांग्लादेश से भिड़ेगी जिसने दिग्गजों को पछाड़कर यहां तक का सफर तय किया है।

कागजों पर भारतीय टीम का पलड़ा भारी है क्योंकि भारत आईसीसी रैंकिंग में नंबर एक और बांग्लादेश 10वें स्थान पर है। छोटे प्रारूप में हालांकि यह मायने नहीं रखता क्योंकि मैच की तस्वीर एक ओवर में बदल सकती है।

खिताबी मुकाबले में रोचक द्वंद्व देखने को मिलेगी। चाहे तामिम इकबाल की आक्रामक बल्लेबाजी का सामना जसप्रीत बुमरा की तेज गेंदबाजी से हो या युवा सौम्य सरकार की टक्कर आशीष नेहरा के अनुभव से हो, दर्शकों को रोमांच की पूरी सौगात मिलेगी।

रविचंद्रन अश्विन और शब्बीर रहमान तथा रोहित शर्मा और तसकीन अहमद की टक्कर भी देखने लायक होगी। तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान बाजू में खिंचाव के कारण यह मैच नहीं खेल रहे हैं।

भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी चाहेंगे कि टीम एशिया कप जीतकर टी20 विश्व कप की तैयारी पुख्ता करे। बांग्लादेश के कप्तान मशरेफ मुर्तजा की नजरें अभी टी20 विश्व कप पर नहीं है क्योंकि उन्हें धर्मशाला में होने वाले क्वालीफाइंग दौर में नीदरलैंड और आयरलैंड से खेलना है। 

करीब 25000 दर्शकों के सामने होने वाले मुकाबले में धोनी एंड कंपनी की राह आसान नहीं होगी क्योंकि मेजबान को जबर्दस्त समर्थन हासिल होगा। धोनी, युवराज और विराट कोहली को बड़े फाइनल खेलने की आदत है लेकिन मशरेफ, शाकिब अल हसन, शब्बीर रहमान को खिताबी जीत का अनुभव नहीं मिला है। वे 2012 में खिताब जीतने के करीब पहुंचे थे लेकिन फाइनल में पाकिस्तान से हार गए। उस मैच में आखिरी ओवर में चुके महमूदुल्लाह ने इस बार बेहतरीन प्रदर्शन किया है और पाकिस्तान के खिलाफ अनवर अली की गेंद पर चौका लगाकर टीम को फाइनल में पहुंचाया।

दोनों टीमों ने टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन भारतीय टीम काफी संतुलित नजर आ रही है। पिछले 10 में से नौ मैच जीत चुकी भारतीय टीम एडीलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 श्रृंखला के बाद से शानदार फार्म में है। यह 11वां मैच हालांकि कठिन होगा क्योंकि बांग्लादेशी सरजमीं पर खेला जा रहा है।

बांग्लादेशी समर्थकों की मौजूदगी से हार्दिक पंड्या और जसप्रीत बुमरा जैसे युवाओं पर दबाव बन सकता है जो भारत के लिये पहला फाइनल खेल रहे हैं। दोनों के पास इंडियन प्रीमियर लीग में दबाव के हालात में खेलने का अनुभव है जो काम आयेगा।

रिजर्व बेंच को मौका देने के बाद भारत अब पूरी मजबूत टीम के साथ उतरेगा। रोहित शर्मा और शिखर धवन पारी का आगाज करेंगे। रोहित ने अभी तक सर्वाधिक 137 रन बनाये हैं हालांकि धवन लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके हैं। कोहली ने दो मैचों में मैच विनर की भूमिका निभाई और फाइनल में वह लय कायम रखना चाहेंगे।

पिच में ज्यादा उछाल नहीं होने पर सुरेश रैना बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। युवराज श्रीलंका और संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ अच्छी पारियां खेलकर फार्म में लौटे हैं। विकेट धीमा होने पर उनकी बायें हाथ की स्पिन गेंदबाजी उपयोगी साबित होगी। कप्तान धोनी ने शुरुआती मैचों में पूरी तरह फिट नहीं होने के बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन शीर्षक्रम के बिखरने पर उनकी असल परीक्षा हो सकती है।

पंड्या ने बांग्लादेश के खिलाफ आक्रामक पारी खेली और एक बार फिर उनसे उम्दा प्रदर्शन की उम्मीद होगी। दूसरी ओर बांग्लादेशी टीम उसी एकादश को उतार सकती है जिसने पाकिस्तान को हराया था। मुस्तफिजुर की गैर मौजूदगी में दो स्पिनरों को उतारा जा सकता है।