लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि उ0प्र0 की समाजवादी पार्टी सरकार के मुखिया को बड़ी-बड़ी बाते करने में महारत हासिल है लेकिन समाजवादी राज में स्वास्थ्य सेवाओं में अराजकता आम बात हो गयी है।

प्रदेश पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि गोरखपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर महिलाओं की नसबंदी के दौरान फिर से अव्यवस्था सामने आना बताता है कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग किस प्रकार कार्य कर रहा है। पूर्व में घोषित कार्यक्रम में अव्यवस्थाओं का होना सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है। कुशीनगर, बनारस, लखनऊ, जगदीशपुर, अमेठी सहित अनेको स्थानों पर पूर्व में भी अराजकता और अव्यवस्था देखी गयी थी और सरकार के द्वारा व्यवस्था बनाने का दावा किया गया, फिर भी सरकार व्यवस्था बनाने में पूर्णतः नाकाम रही। 

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमो हन ने कहा कि गोरखपुर की अव्यवस्थाओं के जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही होनी चाहिये। प्रदेश सरकार द्वारा केन्द्र से मिलने वाली राशि का 82 प्रतिशत हिस्सा खर्च नहीं कर पायी और प्रदेश में 3092 विशेषज्ञ डाक्टरों के पदों सापेक्ष केवल 492 की ही तैनाती है।

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि अखिलेश की सरकार में जब राजधानी में ही स्वास्थ्य सेवाएं इतनी लचर हो गई हो तो पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य ढांचे को लेकर क्या कहा जा सकता है। राजधानी में ही सरकार इंसेफेलाइटिस और डेंगू पर नियंत्रण कर पाने में विफल है। अखिलेश सरकार में निजी अस्पतालों की चांदी हो गई है। निजी चिकित्सालय मरीजों को पूरी तरह निचोड़ रहे है। सरकारी अस्पतालों से मरीजों को भगाया जा रहा हैं इलाज में कोताही बरती जा रही है। यह ऐसी सरकार है जो आम आदमी के कष्टों को और ज्यादा बढ़ा रही है। स्वास्थ्य, शिक्षा आदि के नाम पर अरबों की लूट मची हुई है। यह ऐसी निकम्मी सरकार है जिसका आम हितों से नहीं अपने वोट बैंक से सरोकार है।