लखनऊ: इस्लामिक मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एजाज अहमद के नेतृत्व में आज चौथे दिन मदरसा आधुनिकीकरण योजनान्तर्गत कार्यरत शिक्षकों ने नियमितीकरण व प्रतिमाह मानदेय देने की मांग को लेकर लखनऊ के लक्ष्मन मेला मैदान में सूबे की गरीब सरकार के लिए ईश्वर के नाम पर भीख मांगकर धरना प्रदर्शन किया। एजाज अहमद ने बताया कि डेढ़ लाख से भी अधिक शिक्षा मित्रों को नियमित करने के लिए सरकार के पास बजट है मगर 23 साल से मानदेय पर काम करने वाले 26000 मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों को नियमित करने के लिए बजट नहीं है कभी एक साल मे ंचार माह का कभी छः माह का ही मानदेय मिल पाता है बाकी लैप्स हो जाता है। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग जब मा0 मुख्यमंत्री महोदय की पूरा वेतन प्रतिमाह देने की घोषणा लागू नहीं कर रहा है तो फिर अब मदरसा शिक्षक किसके पास जायंे मदरसा शिक्षक चक्की के दो पाटो के बीच पिस रहे हैं और उनके बच्चों को भूखे मरने की नौबत आ चुकी है। जो धन भारत सरकार से आता है उसे भी पूरा खर्च करके समय से यूटीलाइजेशन नहीं भेजा जाता जिसके चलते 456 व 672 और 272 मदरसों के शिक्षकों का दो साल का मानदेय लैप्स हो चुका है। यही नहीं जांच के नाम पर गोंडा के व सीतापुर के मदरसों के साथ कई सालों से शोषण हो रहा है और उनकी फाइल कई सालों से लटकाई गई है मगर अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारी मूक दर्शक बने हुए है अल्पसंख्यक छात्रों के लिए आने वाली भारत सरकार की प्री व पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति का अरबों रूपये पिछले दो सालों में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के कर्मचारी व अधिकारी पब्लिक स्कूलों व इंटरकालेजांे के द्वारा खुलवाए गये जाली खातों व दूसरों के खातों में व उनकी संस्था के खातों में भेजकर डकार चुके हैं और गरीब छात्र को फूटी कौड़ी नहीं मिली। एजाज अहमद ने बताया कि जब तक मा0 अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री महोदय मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों से मिलकर समस्याओं को हल नहीं करते धरना जारी रहेगा। इस अवसर पर नवाब हुसैन कुुतुबुद्दीन, सिकंदर बाबा, हसीन कमर, निशा, कमर जहां, आफताब, उबैद, आरिफ, वकील और सैकड़ों मदरसा शिक्षक मौजूद रहे।