लखनऊ: पी.एच.डी. चेम्बर आॅफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज एवं स्कूल आॅफ मैनेजमेंट साइन्सेंज लखनऊ द्वारा व्यवसाय प्रबन्धन पर  27 एवं 28 फरवरी को आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के पंचम संस्करण के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए, परिवहन मंत्री यासिर शाह ने विभिन्न संस्थानों की स्थायी प्रगति के लिए संस्थान के मानव संसाधन की महती भूमिका पर बल दिया तथा कहा कि देश की स्थायी प्रगति व्यवसायिक उन्नति से ही संभव है। किसी भी व्यवसाय के सर्वागीण विकास में मैन, मनी, मशीन, मेटीरियल तथा मैथड ही मूल कारक हैं तथा केवल एक पर निर्भर होकर व्यवसाय की उन्नति सम्भव नहीं है।  सभी घटकों को साथ लेकर ही व्यवसाय को उचांईयों तक ले जाया जा सकता है। किसी भी संस्थान की लगातार उन्नति हेतु जापानियों द्वारा प्रदत्त ‘काईज़न’ को आज विश्वभर में अपनाया जा रहा है।  

श्री शाह ने बल देते हुए कहा कि हमारे प्रदेश में मानव संसाधन का बुनियादी ढांचा बहुतायत में उपलब्ध है, तथा हमें इसका सही इस्तेमाल करना होगा। उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में 15 से 35 वर्ष के युवा हैं जोकि ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं, और उनको सही दिशा दिखलाकर हम कौशलपूर्ण कामगार बना सकते हंै। नौजवानों में पूरी क्षमता है जो काफी आगे बढ़ सकते है तथा प्रदेश को भी आगे ले जाने में सक्षम है। प्रदेश में योग्यता का कमीं नहीं है, केवल उसे सही दिशा देना होगा। 

पूरे देश से आये काॅरपोरेट जगत के जाने-माने मानव संसाधन प्रमुखों तथा शिक्षा क्षेत्र के विद्वतजनों का स्वागत करते हुए एस.एम.एस. लखनऊ के सचिव तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री शरद सिंह ने आशा व्यक्त की कि दो दिन तक चलने वाले इस विचार मंथन से व्यवसाय प्रबन्धन मंे एक नये क्षितिज का प्रादुर्भाव होगा। 

श्री बरतानू कुमार दास, हेड एच.आर. ब्लू डार्ट एक्सप्रेस लिमिटेड ने राष्ट्र निमार्ण में मानव संसाधन की महती भूमिका पर बल दिया तथा कहा ‘‘आर्थिक रूप से पिछड़े युवाओं को कौशल विकास योजना से जुड़कर उत्तर प्रदेश को कुशल श्रम शक्ति का सबसे बड़ा स्रोत बनाना है।’’ साथ ही उन्होनें चेताया कि प्रतिभा पलायन एक चिन्तनीय विषय है। उन्होंने प्रदेश सरकार के युवाओं को, रोजगार परक प्रशिक्षण देने का आवाहन किया। उन्होने कहा कि भारतीय कम्पनियां विदेशी कम्पनियों की बराबरी नहीं कर पा रही है क्योंकि उनका ध्यान गुणवत्ता की जगह तादाद की तरफ है 

डा. सी.एम. द्विवेदी, डायरेक्टर, डाटा मैटिक्स स्टाफिंग सर्विसेज़, मुम्बई ने उत्तर प्रदेश शासन द्वारा व्यापार में बढावा देने के कदम को सराहा तथा मौजूद विद्यवत्जनों को बताया कि आज मात्र 40 प्रतिशत स्नातक नौजवान ही रोजगार योग्य हैं।  नेशनल सेमिनार में आगे बोलते हुए डा. द्विवेदी ने कहा कि पर्यावरण में बदलाव कम्पनियों पर टर्नओवर के दबाव के कारण हो रहा है क्योंकि कम्पनियां ज्यादा से ज्यादा उत्पादकता को बढावा दे रही हैं और पर्यावरण की तरफ ध्यान नहीं दे रही हंै। 

श्री संजय गुप्ता, सीनियर वाइस प्रेसिडेट, एच.सी.एल. टेक्नालाजीज़्ा ने बताया कि व्यापार में हमेशा से ही उतार चढ़ाव रहे हैं मगर फिर भी हमें निडर होकर इन सारे उतार चढ़ावों का सामना करना होगा। उन्होंने आगे बताया कि एच.सी.एल. लखनऊ के 1000 स्थानीय निवासियों को रोजगार प्रदान करने के लिए वचनवद्ध है।

सीनियर वाइस प्रेसिडेंट व एक्ज़्ाीक्यूटिव डायरेक्टर, लखनऊ मैनेजमंेट एसोसियेशन, ए. के. माथुर ने उद्योग जगत की सभी हस्तियों का आह्वान किया कि वे अपने प्रभाव व शक्तियों का उपयोग पिछड़े राज्यों के विकास के लिए भी करें। 

संगोष्ठी के अध्यक्ष प्रो0 मनोज मेहरोत्रा ने सम्मानित अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया तथा धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अपने संभाषण में  व्यवसाय जगत को ऊचाईयों तक पहुंचाने के लिए ‘फाइव एम’ माडल के महत्वों का अनुसरण करने पर बल दिया तथा ई.एफ.क्यू.एम. माडॅल की चर्चा की, जो कि विश्वभर में 35000 से ऊपर व्यवसायिक संस्थानों में अपनाया जा रहा है। इस माॅडल में संस्थाये पर्फामेंस इम्प्रूवमेंट के लिए निरंतर प्रयासरत रहती है।