लखनऊ: निजी परिवहन के लिए भारत के अग्रणी मोबाइल ऐप ओला ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस मौके पर राज्य के माननीय मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव भी मौजूद थे। समझौता ज्ञापन के अनुसार, ओला उत्तर प्रदेश में युवाओं के कौशल विकास हेतू राज्य सरकार के साथ काम करेगी तथा अगले पांच सालों में 50,000 पुरुषों और महिलाओं को उद्यमिता के अवसर उपलब्ध कराएगी। ओला आगामी महीनों में राज्य में इनोवेटिव एवं अनुकूलित मोबिलिटी समाधान जैसे ओला आॅटो, ओला शेयर एवं ओला शटल उपलब्ध कराने केे लिए भी राज्य सरकार के साथ काम करेगी।

उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के अवसर पर कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश राज्य अब पहले से कहीं तेज़ी से देश के लिए एक आर्थिक केन्द्र के रूप में विकसित हो रहा है। पिछले तीन सालों में उत्तर प्रदेश की चक्रवृद्धि वार्षिक विकास दर राष्ट्रीय विकास दर से ऊँची रही है। प्रोद्यौगिकी एवं कौशल प्रशिक्षण दो मुख्य क्षेत्र हैं, राज्य की अर्थव्यवस्था में तेज़ी लाने के लिए हम इन क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित करना चाहते हैं। उद्यमशीलता एवं कौशल प्रशिक्षण तथा अत्याधुनिक मोबाइल प्रोद्यौगिकी के इस्तेमाल के द्वारा नागरिकों को सुविधाजनक परिवहन सेवाएं उपलब्ध कराने की ओला की प्रतिबद्धता अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण है। हमें खुशी है कि इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से ओला उत्तर प्रदेश के साथ जुड़कर राज्य के 50,000 से ज़्यादा युवाओं को कौशल विकास के अवसर प्रदान करेगी।’’

ओला के चीफ आॅपरेटिंग आॅफिसर प्रणय जिवराजका ने बताया, ‘‘हमें गर्व है कि हमें उत्तर प्रदेश सरकार के साथ साझेदारी का मौका मिला है। युवाओं के कौशल विकास में निवेश करके राज्य में रोज़गार एवं उद्यमशीलता के 50,000 से ज़्यादा अवसर पैदा करना हमारा लक्ष्य है। हम उत्तर प्रदेश को लेकर बेहद उत्साहित हैं और परिवहन के अत्याधुनिक विकल्पों जैसे ओला आॅटो, ओला शेयर, ओला शटल आदि के माध्यम से राज्य की मौजूदा परिवहन प्रणाली में सुधार लाने हेतू तत्पर हैं।’’

ओला साल 2014 की शुरूआत में उत्तर प्रदेश में आई और अपनी तरह के पहले आॅन-डिमाण्ड कैब बुकिंग ऐप के साथ आज यह राज्य की निजी परिवहन प्रणाली को पूरी तरह से बदल चुकी है। वर्तमान में ओला राज्य के 9 मुख्य शहरों लखनऊ, कानपुर, आगरा, मेरठ, अलीगढ़, अलाहाबाद, सहारनपुर, वाराणसी और मथुरा में अपनी मौजूदगी के साथ स्थानीय परिवहन प्रणाली का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है। वर्तमान में राज्य में ओला प्लेटफाॅर्म पर 2100 से ज़्यादा वाहन पंजीकृत हैं और अगले 5 सालों में इनकी संख्या 20,000 तक पहुंचने की उम्मीद है।