चन्दौली: प्रदेश के लोक निर्माण, सिंचाई एवं जल संसाधन, सहकारिता, परती भूमि विकास, राजस्व, अभाव, सहायता पुनर्वास तथा लोक सेवा प्रबन्धन मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि गंगा और गौ की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है, नदियों को बचाने के लिए और गंगा की स्वच्छता के लिए तथा गौ की रक्षा के लिए संतो के सहयोग से रक्षा करेगें उन्होने कहा कि आशीर्वचन के रूप मे संतो ने जो जिम्मेदारिया दी है वह बहुत अधिक है, हम जिम्मेदारियों का निर्वहन करेगें तथा बेईमानी से लड़ना है और आगें भी बुराईयों से लडेगे। आवश्यकता है कि आज अन्धेरें को समाप्त कर प्रकाश की ओर अग्रसर हो जिससे प्रदेश की जनता में खुशहाली, भाई चारा, अमन चयन बढे़। उन्होनें कहा कि शासन खाली योजनायें बनाता है और क्रियान्वयन प्रशासन को करना है और क्रियान्वयन में कमिया आती है तो हम सभी जिम्मेदार होगें इसलिए क्रियान्वयन से पूर्व योजनाओं की पूरी जानकारी जनता को दी जाय जिससे जनता स्वंय आगें बढकर विकास का काम कर सकें। योजनाओं का क्रियान्वयन और अनुश्रवण नियमित किया जाय तभी कार्य में गति आयेगी और गुणवत्ता भी बरकरार होगी।

श्री यादव आज जनपद चन्दौली में माॅ दुर्गा बालिका इण्टर कालेज कसवड़ एवं चन्द्रउदासीन महा. कसवड़ डेहरियाडीह में 61 वे जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित विराट संत समारोह को सम्बोधित कर रहे थें। उन्होनें कहा कि ईश्वर ने प्रसाद स्वरूप हमें बहुत कुछ दिया है केवल अब हमे संजो कर रखना है, जिम्मेदारियां बहुत है सभी के घर में खुशहाली आये। किसान, गरीब और मेहनत करने वाले लोगें के चेहरे पर मुस्कान लाना ही हमारा लक्ष्य है, मुस्कान जब तक नही आता है तब तक संर्घष जारी रहेगा। मां मंत्री जी के जन्मोत्सव पर विराट संत सम्मेलन मे उपस्थित संत दर्शन मुनी जी, स्वामी बिन्दु जी, दिग्याम्बर मुनी,स्वामी परमानन्दजी, स्वामी आत्माराम जी, संतोष मुनी जी, निर्मल दास मुनी जी, शंकर मुनी जी ने आर्शीवचन देते हुए दीर्घायु एवं मंगलकामना की। पयर्टन मंत्री श्री ओमप्रकाश जी ने कहा कि हम मंत्री जी के चेहरे पर आने वाले कल को देखते है जंगल में मंगल कार्यक्रम मनाया जा रहा है। लोक निर्माण राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटेल ने कहा कि संत हृदय के साथ साथ किसानों को मजबूत बनाने के नेता मंत्री जी है जो किसानों, नौजवानों को मजबूत करने का कार्य कर रहे है। इसके पूर्व उपस्थित लोगों ने मंत्री जी को माल्यापर्ण एवं बुके भेटकर स्वागत किया । प्रतीक चिन्ह भी भेट किया गया।