लखनऊ: दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी की पत्रकार वार्ता में आज काफी हंगामा हुआ। लखनऊ के एक होटल में पत्रकार वार्ता के दौरान मौलाना के पीएसओ और एक उर्दू दैनिक के पत्रकार के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गयी जिसपर पत्रकारों के एक गुट ने अपनी नाराज़गी जताई। 

लखनऊ के एक होटल में दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद बुखारी अपनी पार्टी मुस्लिम मजलिसे अमल की बैठक कर रहे थे। बैठक के बाद प्रेंस कांफ्रेंस के दौरान ही उर्दू दैनिक के एक पत्रकार के सवाल पर मौलाना के पीएसओ ने कुछ कहा जिससे कई पत्रकार नाराज़ हो गए और बुखारी की प्रेस कांफ्रेंस में जमकर हंगामा हुआ। पत्रकार ने मौलाना बुखारी पर उन्हें जबरन पत्रकार वार्ता से बाहर निकलवाने का आरोप लगाया। 

पत्रकार से दुर्व्यवहार की मान्यता समिति ने निंदा की 

उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति ने उर्दू दैनिक सहाफत के संवाददाता जावेद जैदी के साथ हुए दुर्व्यवहार की कड़ी निंदा की है. समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी, उपाध्यक्ष मोहम्मद ताहिर और सचिव सिद्धार्थ कलहंस ने चेतावनी देते हुए कहा है कि मौलाना बुखारी जब तक संवाददाता जावेद जैदी से माफी नहीं मांगते हैं तब तक उनके उत्तर प्रदेश में कार्यक्रमों व प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पत्रकार अपना विरोध दर्ज करायेंगे.

उक्त घटना के तुरंत बाद समिति के सचिव सिद्धार्थ कलहंस वहां पहुंचे और कार्यकारिणी के सदस्य नवेद शिकोह सहित अन्य पत्रकारों के साथ विरोध दर्ज कराया. श्री तिवारी ने अहमद बुखारी के कार्यक्रम जैसी अन्य घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए समुचित व्यवस्था किये जाने की मांग की है.

प्रेस कांफ्रेंस को विफल करने की कोशिश

वहीँ पत्रकार संगठन राष्ट्रीय जन जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने इस घटना को कुछ लोगों द्वारा शाही इमाम अब्दुल्लाह बुखारी की प्रेस कांफ्रेंस को विफल करने की कोशिश बताया और पत्रकार वार्ता में हंगामा करने वालों की निंदा की साथ ही पत्रकार साथियों से अनुरोध किया कि वह अपनी गरिमा को बनाये रखते हुए घटना की सही जानकारी दें।