लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने हरियाणा में जाट आन्दोलन के दौरान उपजे हिंसा के माहौल पर चिंता जताया और कहा कि ऐसे माहौल से देष एवं प्रदेष की शान्ति व्यवस्था को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने उ0प्र0 में भी शान्ति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार को पुनः जाट आरक्षण व्यवस्था लागू करनी चाहिए। जिससे हरियाणा सहित जाटों को आरक्षण का लाभ मिल सके। 

श्री चौहान ने कहा कि पूर्व यू0पी0ए0 सरकार के दौरान राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ0 अजित सिंह के अथक प्रयासों से जाट आरक्षण लागू हुआ था जिसे वर्तमान में केन्द्र में काबिज भाजपा सरकार ने जाट आरक्षण समाप्त करने के लिए लचर पैरवी की थी। जिसका नतीजा है कि ऐसा माहौल उपजा है। केन्द्र सरकार के कुछ मंत्रियों द्वारा देष एवं प्रदेष का माहौल बिगाड़ने की कोषिष भी की जा रही है जिससे आन्दोलन को हिंसक रूप दिया गया। उन्होंने कहा कि हरियाणा के माहौल को देखते हुये केन्द्र एवं प्रदेष दोनों सरकारों को शान्ति व्यवस्था कायम करने के लिए जाटों के हित में पहल करनी चाहिए और वादों के मुताबिक जाट आरक्षण दिलाया जाना चाहिए। 

श्री चौहान ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ0 अजित सिंह जब यू0पी0ए0 में केन्द्र में मंत्री थे तब उन्होंने अपने मंत्रितत्व काल के दौरान जाट सहित सभी समुदाय के लोगों को उनका हक दिलाने के लिए सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष किया। लेकिन साम्प्रदायिक ताकतों के बल पर केन्द्र में काबिज भाजपा सरकार जाटों सहित पूरे देष की जनता को ठगने का काम किया है। उनके साथ विष्वासघात किया हैं। उन्होंने उ0प्र0 की जनता को आगाह करते हुये कहा कि साम्प्रदायिक ताकतों द्वारा आन्दोलनों को हिंसक बनाने का काम किया जा रहा है इसलिए उनसे सचेत रहना चाहिए और उ0प्र0 में उन्हें मुहंतोड़ जवाब देने के लिए चौ0 अजित सिंह के नेतृत्व में कमर कसनी होगी।