नई दिल्ली: मोबाइल हैंडसेट उद्योग का निकाय आईसीए ने 251 रुपये की कीमत वाला स्मार्टफोन पेश किए जाने पर चिंता जताते हुए दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद को पत्र लिखकर मामले की गहराई में जाने का आग्रह किया है। संगठन का कहना है कि सब्सिडीयुक्त दर पर भी मोबाइल हैंडसेट की कीमत किसी भी हालत में 3,500 रुपये से कम नहीं हो सकती।

इंडियन सेल्यूलर एसोसिएशन (आईसीए) ने यह भी कहा कि जबतक मामले को लेकर चीजें साफ नहीं हो जाती हैंडसेट पेश किए जाने के कार्यक्रम में वरिष्ठ राजनेता एवं सरकारी नेतृत्व को उपस्थित होना ठीक नहीं है और उससे विवाद में नहीं पड़ना चाहिए। नोएडा की रिंगिंग बेल्स ने देश का सबसे सस्ता स्मार्टफोन पेश करने की घोषणा की है जिसकी कीमत 251 रुपये है। कंपनी के अनुसार 3जी हैंडसेट फ्रीडम 251 में 4 इंच का डिस्प्ले, क्वालकॉम, 1.3 गीगाहट्र्ज क्वाड कोर प्रोसेसर तथा 1 जीबी का रैम है। कंपनी के इस कदम से मोबाइल हैंडसेट बाजार को झटका लग सकता है।

पत्र में कहा गया है, ‘‘..अगर सबसे सस्ती आपूर्ति श्रृंखला से भी इस प्रकार के उत्पाद की सामग्री ली जाए तो उसकी कीमत करीब 40 डॉलर (2,700 रुपये) बैठती है।’’ आईसीए के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज महेंद्रू ने पत्र में लिखा है, ‘‘इसे जब खुदरा बाजार में लाया जाएगा तो शुल्क, कर एवं वितरण तथा खुदरा मार्जिन को जोड़ने पर इसकी कीमत कम-से-कम 4,100 पड़ेगी जबकि कंपनी स्मार्टफोन 251 रुपये में बेचने की घोषणा की है।’’

उन्होंने यह भी कहा कि अगर हैंडसेट को कम मार्जिन पर ई-वाणिज्य तरीके से बेचा जाए तो भी कीमत 52 से 55 डॉलर (करीब 3,500 से 3,800 रुपये) बनती है।’’ पत्र में संबद्ध अधिकारियों को मामले की गहराई में जाने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है और कहा कि आईसीए जरूरत पड़ने पर हर प्रकार की तकनीकी सहायता उपलब्ध कराएगा