भारत और पाकिस्तान के बीच आईसीसी वर्ल्ड ट्वेंटी20 का मैच धर्मशाला में 19 मार्च को होना है लेकिन इस मैच पर खतरे के बादल मंडरा सकते हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि मार्च-अप्रैल में भारत में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की भागीदारी पर दुबई में हाल ही में हुई आईसीसी की बैठक में बात की गई।

पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान ने कहा कि अगर उनकी सरकार से टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भारत जाने की अनुमति नहीं मिलती तो पाकिस्तान के मैच तटस्थ स्थानों पर कराने का प्रस्ताव रखा गया। उन्होंने कहा कि बैठक में उन्होंने कहा कि हो सकता है कि सुरक्षा के मद्देनजर पाकिस्तान सरकार अपनी टीम को भारत में खेलने जाने की अनुमति नहीं दे।

उन्होंने कहा, ‘कुछ सदस्यों ने कहा कि अगर हमें सरकार से अनुमति नहीं मिलती है तो हमारे मैच दुबई, शारजाह या कोलंबो में कराए जा सकते हैं।’

शहरयार ने कहा कि उन्होंने बैठक में साफ तौर पर कहा कि टी-20 वर्ल्ड कप में भागीदारी सरकार की मंजूरी पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा, ‘मैंने साफ तौर पर कहा कि हमें सरकार का रुख देखना होगा क्योंकि भारत ने दिसंबर में हमारे खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली क्योंकि उन्हें सरकार से मंजूरी नहीं मिली थी।’ बाद में श्रीलंका में सीरीज कराने का भी प्रस्ताव रखा गया ताकि भारत-पाक द्विपक्षीय क्रिकेट बहाल हो सके।

उन्होंने कहा कि उन्होंने आईसीसी सदस्यों को बता दिया है कि पाकिस्तानी टीम को खतरा है। शहरयार ने कहा कि हालिया महीनों में ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनसे लगता है कि भारत में खतरा है। मसलन पाकिस्तानी अंपायर को भारत में एक सीरीज के बीच में से आईसीसी ने हटा दिया था।

उन्होंने यह भी बताया कि मुंबई में शिवसेना कार्यकर्ताओं की धमकियों के बाद वह बीसीसीआई अधिकारियों से नहीं मिल सके। इसके अलावा पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली का कन्सर्ट भी रद्द करना पड़ा। पूर्व राजनयिक ने कहा कि अन्य खेलों में भारत दल भेजने से क्रिकेट एकदम अलग है। पाकिस्तान का दल गुवाहाटी में सैग खेलों में भाग ले रहा है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी हॉकी खिलाड़ियों को भी भारत में कट्टरपंथियों से धमकी मिली थी और उन्हें हॉकी इंडिया लीग से वापिस लौटना पड़ा था।