सीआईए के पूर्व कर्मचारी  का खुलासा 

नई दिल्ली। दुनिया की नजर में वर्ष 2011 में अमरीका के विशेष सुरक्षा बलों के हमले में मारा जा चुका आतंकी ओसामा बिन लादेन जिंदा है। यह खुलासा अमरीकी गुप्तचर एजेंसी सीआईए के पूर्व कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन ने किया है। मॉस्को ट्रिब्यून को दिए एक इंटरव्यू में स्नोडेन ने दावा किया है कि लादेन जिंदा है और बहामस में रह रहा है। स्नोडेन ने यह भी कहा है कि उनके पास सबूत हैं कि ओसामा जिंदा है और सीआईए उसकी फंडिंग कर रहा है।

स्नोडेन ने कहा कि मेरे पास दस्तावेज हैं जिससे यह साबित होता है कि लादेन को अभी भी सीआईए से पैसा मिल रहा है। उसे अभी भी एक लाख डॉलर हर महीने दिए जा रहे हैं। यह पैसा कुछ संगठनों और कारोबार के नाम पर उसके नसाउ बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया जा रहा है। मैं पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि फिलहाल वह कहां है, लेकिन साल 2013 में वह अपनी कोठी में पांच बीवियों और कई बच्चों के साथ रह रहा था।

गौरतलब है कि वर्ष 2013 में खुफिया अमरीकी जानकारी को बड़े पैमाने पर सार्वजनिक करने के बाद से ही स्नोडेन भगोड़े की जिंदगी जी रहा है और फिलहाल रूस की शरण में है। यह पहली बार नहीं है जब स्नोडेन ने लादेन के जीवित होने का दावा किया है। वह पहले भी एक दो मौकों पर यह दावा कर चुका है। स्नोडेन ने तो यहां तक कहा है कि पूर्व अल कायदा नेता लादेन की मौत की कहानी सीआईए ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर बुनी थी। स्नोडेन ने कहा कि ओसामा और उसके परिवार को गुप्त तरीके से बहामस के किसी स्थान पर पहुंचा दिया गया था।

स्नोडेन ने कहा कि ओसामा सीआईए के सबसे काबिल एजेंट्स में से एक था। अगर अमरीका के सील कमांडो उसे मार गिराते तो दुनियाभर में सीआईए के ऑपरेटिव्स को नकारात्मक मैसेज जाता और साथ ही सीआईए का नेटवर्क भी कमजोर होता। इसलिए अमरीका ने यह कहानी रची। दुनिया ने मान लिया कि लादेन मारा जा चुका है और अब उसकी कोई तलाश नहीं कर रहा है। इसके बाद अमरीका ने उसका कवर हटाया। ओसामा ने दाढ़ी हटाई। उसे मिलिट्री जैकेट पहनाई गई और पाकिस्तान से गायब कर दिया गया। स्नोडेन ने दावा किया है कि बिना दाढ़ी और मिलिट्री जैकेट में लादेन को कोई नहीं पहचान सकता। यही नहीं लादेन की लाश भी कभी दुनिया के सामने नहीं आ सकी और अमरीका ने कहा कि उसने लादेन को मारने के बाद उसकी लाश समंदर में ही दफन कर दी थी।