लखनऊ : उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षक संघ (वित्त विहीन गुट) के प्रदेश प्रवक्ता देश बन्धु शुक्ल ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि संघ के बैनर तले शिक्षा निदेशक माध्यमिक के कार्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष लाल बिहारी यादव के नेतृत्व मंे मानदेय की मांग को लेकर चलाया जा रहा अनिश्चित कालीन धरना आज नवें दिन भी जारी रहा। 

धरने को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष लाल बिहारी यादव ने कहा कि शिक्षा निदेशक कार्यालय पर अनवरत आज नवें दिन चल रहा धरना 8 फरवरी से आमरण अनशन के रूप में परिवर्तित हो जाएगा क्योंकि 29 जनवरी 2015 को जब शिक्षकों ने विधानसभा का घेराव किया था तो प्रशासन ने संघ के प्रदेश अध्यक्ष के 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल से वार्ता करने के लिए आश्वासन दिया था कि 3 दिनों के अन्दर मुख्यमंत्री जी से वार्ता कराकर वित्तविहीन शिक्षकों के मानदेय के बजट को 12 फरवरी को विधानसभा मंे प्रस्तुत होने वाले बजट मंे अवश्य रखवाएंगे लेकिन खेद का विषय है कि आज 9 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन ने धरनारत शिक्षकांे का कोई खोज-खबर नही लिया इससे ऐसा प्रतीत होता है कि सरकर व प्रशासन शिक्षकों के संघर्ष और आन्दोलन को संज्ञान नही ले रही है इससे प्रदेश भर के लाखों वित्तविहीन शिक्षकों मे आक्रोश फैल रहा है। यह आक्रोश कभी भी विधानसभा के सड़कांे पर पुनः फूट सकता है। 

श्री यादव ने आगे कहा कि शिक्षक साथियों हम लाकतांत्रिक ढंग से चलाए जा रहे आन्दोलन को चलाए जाने मंे विश्वास रखते हैं और हमारे शिक्षक राजनीति के इतिहास को अगर आप पढ़ें तो हमने आपके संघर्ष के बल पर आपको जो कुछ भी दिला पाया है वह आपके संघर्षो के बल बूते ही हुआ है इसलिए अपनी संख्या को बढ़ाइए और बारह तक अनवरत चल रहे इस धरने में अपनी अधिक से अधिक सहभागिता अवश्य प्रदान करें। 

धरने को सम्बोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष डा0 रामगोविन्द प्रजापति ने कहा कि यदि मानदेय आपको मिला तो इसका श्रेय प्रदेश अध्यक्ष लाल बिहारी यादव के अलावा और दूसरे को नही जाएगा। पूरे प्रदेश के शिक्षक जानते हैं कि मानदेय शब्द को अगर कोई अपने मुख से निकाला और उसके लिए संघर्ष की नींव डाली तो वह हैं प्रदेश अध्यक्ष लाल बिहारी यादव।