लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कारागार मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया ने बाल श्रम का उन्मूलन किये जाने पर ज़ोर देते हुए कहा कि यह कुप्रथा हमारे समाज के लिए एक अभिशाप है। इसके चलते लाखों बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं।  साथ ही उनका शारीरिक और मानसिक विकास भी नहीं हो पाता है और ये बच्चे प्रगति की दौड़ में बहुत पीछे रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस कुप्रथा को जड़-मूल से समाप्त करना होगा, तभी हमारा प्रदेश और देश विकास के पथ पर तेज़ी से आगे बढ़ सकेगा। 

श्री सिंह आज यहाँ फिक्की फ्लो द्वारा बाल श्रम के प्रति समाज में जनजागरूकता पैदा करने के लिए आयोजित हाफ मैराथन के कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।  उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बाल श्रम को समाप्त करने तथा मुक्त कराये गए बाल श्रमिकों को पुनर्वासित करने के लिए कई सार्थक योजनाएं चला रही है। लेकिन अकेले सरकार के प्रयासों यह काम तब तक मुश्किल है जब तक की पूरा समाज जागरूक हो कर इसके उन्मूलन में सरकार का हाथ न बंटाए। उन्होंने सभी से पुरज़ोर अपील की कि सभी लोग इस काम में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें और इस अभिशाप से मुक्ति पाएं।