परीक्षा कक्ष में छात्राओं की चेंिकग महिला कक्ष निरीक्षक द्वारा ही की जाय-प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा

लखनऊ: प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव द्वारा विभागीय मण्डलीय/जनपदीय अधिकारियों के साथ विभागीय कार्य-कलापों, विभिन्न योजनाओं एवं माध्यमिक शिक्षा परिषद की वर्ष 2016 की परीक्षाओं के संबंध में समीक्षा आयोजित बैठक की अध्यक्षता की गयी।  

बैठक में उपस्थित प्रदेश के समस्त जनपदों / मण्डलों से आये जिला विद्यालय निरीक्षक, उप निदेशक एवं संयुक्त निदेशकों को संबोधित करते हुए श्री यादव ने बताया कि परीक्षा कक्ष में परीक्षार्थियों की उपस्थिति को सत्यापन करने हेतु एक मोबाईल एैप तैयार किया जा रहा है, जो परीक्षा केन्द्र व्यवस्थापक के एंडरोइड फोन में उपलब्ध रहेगा। इस एैप के माध्यम से उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षा परिषद के अन्तर्गत आयोजित वर्ष 2016 की हाईस्कूल/इण्टरमीडिएट की परीक्षा केन्द्रों के परीक्षार्थियों की उपस्थिति मोबाईल के माध्यम से दर्ज कर इसकी सूचना उसी दिन विभाग के सर्वर के डेटाबेस में दर्ज करायी जायेगी। उन्होने कहा कि परीक्षाओं की विश्वसनीयता / पारदर्शित/शुचिता को बनाये रखने हेतु  प्रदेश के 31 संवेदनशील जनपदों में क्रमांकित उत्तर पुस्तिकायें उपलब्ध करायी जा रही है। 

माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने बालिकाओं को विज्ञान/गणित/वाणिज्य विषयों के अध्ययन करने के प्रति प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये ।  इस हेतु बालिका विद्यालयों में, जहां इन विषयों की मान्यता प्राप्त न हो, मान्यता प्रदान करने तथा राजकीय इण्टर कालेज /राजकीय बालिका इण्टर कालेजों में इन विषयों को मान्यता प्रदान करने के संबंध में पद सृजित किय जायेंगे।  श्री यादव ने अरूबिन्दो कमेटी द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षकों को प्रशिक्षित किए जाने के कार्य की सराहना की। 

श्री यादव ने राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एल0टी0 ग्रेड के विज्ञापित पदांे  के सापेक्ष चयनित अभ्यर्थियों के शैक्षिक अर्हता से संबंधित अंक पत्र/प्रमाण पत्रों का शीघ्र सत्यापन की कार्यवाही सम्पादित कर उनकी नियुक्ति की कार्यवाही सम्पन्न किए जाने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि मान्यता हेतु प्राप्त समस्त आवेदन पत्रों को परिषद से अनुमोदित कराने के उपरान्त शासन को मार्च के द्वितीय सप्ताह में प्रेषित करने के निर्देश दिये ताकि मान्यता की कार्यवाही शैक्षिक सत्र 2016-17 के प्रारम्भ होने के पूर्व की जा सके। 

बैठक को संबोधित करते हुए माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री विजय बहादुर पाल ने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि अब बहुत ही गंभीरता से कार्य करने का समय आ गया है। उन्होने कहा कि हम सब शिक्षा जैसे पवित्र कार्य से जुड़े हैं और जो अवसर हमें मिला है उसका सदुपयोग करते हुए गंभीरता एवं ईमानदारी से अपने दायित्वों का निर्वहने करें। श्री पाल ने कहा कि दिनांक 18 फरवरी से प्रारंभ होने वाली परीक्षाओं को सही और सुचारूपूर्वक सम्पन्न कराना हमारी प्राथमिकता है और इसके लिए सरकार पूर्ण रूप से अपना सहयोग प्रदान कर रही है।

प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेन्द्र कुमार ने मुख्यमंत्री की घोषणा के अन्तर्गत खुलने वाले विद्यालयों का भवन निर्माण प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए और यह भी कहा कि मुख्यमंत्री की योजनाओं के कार्यान्वयन को शीर्ष प्राथमिकता प्रदान की जाय।  श्री कुमार ने यह भी कहा कि आवश्यकता पड़ने पर परीक्षा कक्ष में छात्राओं की चेंिकंग महिला कक्ष निरीक्षक द्वारा ही की जाय। 

इस अवसर पर निदेशक माध्यमिक शिक्षा अमरनाथ वर्मा ने समीक्षा बैठक के सम्पूर्ण एजेण्डे से उपस्थित अधिकारियों को अवगत कराया और उसे आसन्न परीक्षाओं के मद्देनजर समयबद्ध तरीके से क्रियान्वित करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रदेश के समस्त जिलों से आये संयुक्त निदेशक, उप निदेशक एवं जिला विद्यालय निरीक्षक उपस्थित थे।