लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने उच्चतम न्यायालय द्वारा उ0प्र0 के लोकायुक्त की नियुक्ति के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि शासन चला पाने में पूरी तरह अक्षम सिद्ध हो चुकी अखिलेश सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने आज फिर आईना दिखाया है।

पार्टी प्रदेश मुख्यायल पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि संवैधानिक मर्यादाओं को तार-तार करने वाली सरकार भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोपों में घिरी है। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव भी दर्जनों बार सार्वजनिक स्वीकारोक्ति कर चुके है। कि अखिलेश मंत्रीमण्डल के आधे से अधिक मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त है, यही कारण है कि अखिलेश सरकार एक सशक्त, निष्पक्ष लोकायुक्त की नियुक्ति में बाधा खड़ी कर रही थी। मुख्यमंत्री अपने भ्रष्टाचार की करतूतों पर पर्दा डालने के लिए निकट सम्बन्धी को ही लोकायुक्त बनाने की जिद पाले हुए थे और बसपा भी इस खेल में शामिल थी। सपा और बसपा को लोकायुक्त नियुक्त पर प्रदेश की जनता से माॅफी मांगे।

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि लोकायुक्त मसले पर पूरे देश में प्रदेश की छवि खराब हो रही थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नवनियुक्त लोकायुक्त के आने से आमजन मानस को संतुष्टि मिलेगी और भ्रष्टाचार के सत्ता संरक्षण पर भी अंकुश लगेगा।