मुख्यमंत्री ने द्वितीय अन्तर्राष्ट्रीय एग्री हाॅर्टीटेक उत्तर प्रदेश-2016 का उद्घाटन किया 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि गांवों व किसानों का विकास करके ही देश में खुशहाली लायी जा सकती है। इसके मद्देनजर वर्तमान सरकार द्वारा किसानों के हितों को ध्यान में रखकर अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की गई हैं। 

मुख्यमंत्री आज यहां जनेश्वर मिश्र पार्क में आयोजित द्वितीय अन्तर्राष्ट्रीय एग्री हाॅर्टीटेक उत्तर प्रदेश-2016 के उद्घाटन अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसका आयोजन पी0एच0डी0 चैम्बर आॅफ काॅमर्स एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। श्री यादव ने मण्डी परिषद द्वारा मण्डी आवक उपहार योजना के तहत एक विजेता श्री गंगाराम को टैªक्टर की चाभी देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने इफ्को एम0सी0 के ‘लोगो’ का अनावरण भी किया। 

श्री यादव ने कहा कि किसानों को ओलावृष्टि व सूखे से राहत दिलाने काम भी वर्तमान राज्य सरकार द्वारा किया गया है। कृषकों को आॅर्गेनिक खेती की ओर आकर्षिक करने का काम भी राज्य सरकार की प्राथमिकता में शामिल हैं। इसके लिए राज्य सरकार ने प्राथमिकताएं निर्धारित करते हुए कई कदम उठाए हैं। उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अग्रिम भण्डारण की व्यवस्था की गई, जिसके फलस्वरूप पूरे प्रदेश में कहीं भी किसानों को कतार में लगकर खाद लेने की नौबत नहीं आयी। उनकी जरूरत के हिसाब से उन्हें उर्वरक उपलब्ध कराया गया। उन्होंने कहा कि कृषि निवेशों में दिए जाने वाले अनुदान को पारदर्शी बनाने के लिए ही डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम शुरू की गई, जिसकी तारीफ पूरे देश में हो रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है। किसानों को जागरूक करके और उन्हें आधुनिक तकनीकी जानकारी देकर कृषि उत्पादन को बढ़ाकर अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जा सकता है। इसलिए ऐसे आयोजनों से किसानों को काफी लाभ मिलता है। समाजवादी सरकार द्वारा कुक्कुट नीति व कामधेनु परियोजना को संचालित करके किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर बनाने का कार्य किया गया है। 

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री विनोद कुमार उर्फ पण्डित सिंह ने कहा कि समाजवादी सरकार ने किसानों को अनेक प्रकार की सहूलियतें देने के साथ ही उनकी जमीन की मिट्टी का परीक्षण कराने का कार्य किया है, जिससे किसानों को अपनी जमीन के अनुसार फसल बोने में मदद मिली है। 

मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने कहा कि राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2015-16 को किसान वर्ष के रूप में मना रही है। राज्य सरकार ने किसानों को समय से खाद, बीज उपलब्ध कराने का काम किया है। खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है। दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के उद्देश्य से पराग डेयरी को भी बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। 

अपने सम्बोधन में कृषि उत्पादन आयुक्त प्रवीर कुमार ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था मूलतः कृषि पर आधारित है। इसलिए किसानों के विकास से ही राज्य का विकास सम्भव हो सकता है।

इस मौके पर सुलभ इण्टरनेशनल के चेयरमैन बिन्देश्वर पाठक ने मुख्यमंत्री को स्मृति देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री ने फीता काटकर व दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने प्रदर्शनी में विभिन्न स्टाॅलों का निरीक्षण भी किया।

कार्यक्रम में पी0एच0डी0 के चेयरमैन डाॅ0 ललित खेतान ने यह जानकारी दी कि फ्रांस से आए प्रतिनिधिमण्डल द्वारा प्रदेश में कृषि से जुड़े क्षेत्रों मंे 500 से 1000 करोड़ रुपए व ज्ञान डेयरी द्वारा 100 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।

इस अवसर पर कृषि राज्य मंत्री राजीव कुमार सिंह, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबन्धक ए0के0 पण्डा, इफ्को के एम0डी0 अरविन्दो राय सहित अन्य कम्पनियों के पदाधिकारी व बड़ी संख्या में कृषक एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।