नई दिल्ली: दिल्ली में चल रही एशियन ओलिंपिक क्वालिफ़ाइंग टूर्नामेंट में हीना ने गोल्ड पर निशाना लगाकर रियो ओलिंपिक्स का टिकट हासिल कर लिया है। हीना सिद्धू ने पिछले चार महीने में लगातार तीन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में (सितंबर 2015 में दिल्ली में एशियन एयरगन चैंपियनशिप का गोल्ड, नवंबर 2015 में कुवैत में एशियन शूटिंग चैंपियनशिप, जनवरी 2016 में एशियन ओलिंपिक क्वालिफ़ाइंग चैंपियनशिप) गोल्ड मेडल जीता है।

हीना और उनके कोच रौनक पंडित का मानना है कि खिलाड़ियों की मदद के लिए बनाई गई टॉप्स स्कीम ठीक से लागू नहीं हो रही जिससे उन खिलाड़ियों को काफ़ी परेशानी हो रही है जिनसे रियो में पदक की उम्मीद की जा रही है।

10 मीटर एयर पिस्टल में हीना ने स्वर्ण पदक जीता जिसके बाद उन्होंने रियो ओलिंपिक्स के लिए क्वालिफ़ाई करने वाली वह नौवीं भारतीय शूटर बन गई हैं। हीना के इस गोल्ड के बाद उनके पति और कोच रौनक पंडित के चेहरे पर ज़्यादा राहत दिखी। रौनक ने माना कि हीना की शूटिंग के लिए उन्होंने कई प्रयोग किए।

वह बताते हैं कि पिछले चार साल में उन्होंने हीना की शूटिंग की हर बात को लिखा और एक पैटर्न ढूंढ़ा। वह हंसते हुए बताते हैं कि हीना की शूटिंग पर उन्होंने 200 पन्नों की 11 डायरी लिखी है। वह हीना की शूटिंग की हर बारिकी का ख़याल रख रहे हैं और कई तरह के प्रयोग कर रहे हैं।

पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 हीना कहती हैं कि उनकी शूटिंग में रौनक का बहुत बड़ा योगदान है। वह कहती हैं कि उन्हें क्या करना है या क्या नहीं करना है ये रौनक ही तय करते हैं। हीना ये भी मानती हैं कि रियो में उनका और पूरी शूटिंग यूनिट का प्रदर्शन पहले से बेहतर होगा।

दिल्ली में हुई एशियाई ओलिंपिक क्वालिफ़ाईंग प्रतियोगिता में हीना ने 387 के अंक के साथ फ़ाइनल में जगह बनाई। फिर फ़ाइनल में 199.4 के स्कोर के साथ उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। इससे पहले जीतू राय, अभिनव बिन्द्रा, गगन नारंग, अपूर्वी चंदेला, गुरप्रीत सिंह, प्रकाश नाजप्पा, चैन सिंह और मैराज ख़ान जैसे शूटरों ने रियो का टिकट अपने नाम कर लिया।