ब्रिस्‍बेन: ब्रिस्‍बेन वनडे में भी टीम इंडिया को मिली हार के बाद कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी गेंदबाजों के प्रदर्शन को लेकर नाराजगी नहीं छुपा पाए। उन्‍होंने कहा कि इस तरह की गेंदबाजी के रहते ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 300 रन का स्कोर भी पर्याप्त नहीं है।

धोनी ने दूसरे वनडे में सात विकेट से मिली हार के बाद कहा , ‘लगता है कि हमें बल्लेबाजों पर दबाव बनाने के लिये और रन बनाने होंगे। लगातार दो मैचों में 300 रन बनाना अच्छी बात है लेकिन अगर हमारे गेंदबाजों के प्रदर्शन को देखें तो हमें 330 से अधिक रन बनाने होंगे।’ भारत के आठ विकेट पर 308 रन के जवाब में आस्ट्रेलिया ने तीन विकेट खोकर एक ओवर बाकी रहते लक्ष्य हासिल कर लिया।

मैच में भारतीय गेंदबाजों ने 12 वाइड गेंदें फेंकी। धोनी ने कहा, ‘अधिकांश वाइड गेंदें स्विंग के कारण नहीं थीं। गेंद पुरानी होने के बाद भी वाइड गेंदें डाली जा रही थीं। जब हमें दबाव बनाना चाहिये था, तब हमने वाइड गेंदें डालीं। स्पिनरों ने फिर भी बेहतर प्रदर्शन किया।’ यह पूछने पर कि लगातार दो हार के बाद टीम का मनोबल कैसे बढ़ाएंगे, धोनी ने कहा, ‘मनोबल ऊंचा है। हमें कुछ शॉट और खेलने होंगे। यदि कई विकेट गंवाए तो हमारा नुकसान होगा। हमें दबाव लिये बिना खेलना होगा, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए 330 या अधिक का स्कोर खड़ा करना जरूरी है।’ 

आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने भारतीय पारी के आखिर में वापसी करने के लिये अपने गेंदबाजों की तारीफ की । उन्होंने कहा,’ गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया। भारत को 308 रन पर रोकना अच्छा रहा जबकि वे 350 की तरफ बढ़ते दिख रहे थे। हमने पारी का आगाज भी उम्दा किया। मार्श और फिंच दबाव में आये बिना खेले और आखिर में हमें खुलकर खेलने का मौका मिला।’

‘मैन आफ द मैच’ रोहित शर्मा ने नतीजे पर निराशा जताई। उन्होंने कहा, ‘हारना हमेशा निराशाजनक होता है। आखिर में आपका स्कोर नहीं, बल्कि नतीजा मायने रखता है।’ आस्ट्रेलिया में हालात के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘मुझे यहां खेलना पसंद है। विकेट अच्छे हैं और शॉट खेलने में मजा आता है। मैं अपने फॉर्म से खुश हूं लेकिन जीत नहीं मिलने का दुख है।’