नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरूण जेटली के बयान से नाराज कांग्रेस ने उन्हें सलाह दी है कि ‘नारद मुनि मत बनिए बल्कि वित्त मंत्री बनिए।’ जेटली ने हाल में कहा था कि संसद में गतिरोध के लिए कांग्रेस पार्टी नहीं, बल्कि कांग्रेस नेतृत्व जिम्मेदार है। साथ ही उन्होंने संकेत दिए थे कि महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने के लिए ‘वैकल्पिक मार्ग’ को अपनाया जाएगा

वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश जयराम ने वित्तमंत्री पर कांग्रेस पार्टी तथा इसके नेतृत्व के बीच दरार पैदा करने के प्रयास का आरोप लगाते हुए कहा कि जेटली ने आर्थिक स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण खो दिया है। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘वित्त मंत्री होने के बजाए जेटली नारद मुनि हो गए हैं। उन्हें नारद मुनि बनना बंद करना चाहिए और वित्त मंत्री बनना चाहिए।’ प्रचलित भारतीय मान्यताओं के अनुसार नारद मुनि दुनिया भर में भ्रमण करते रहते थे और एक जगह की कहानी दूसरी जगह सुनाया करते थे।

रमेश जयराम ने कहा कि पार्टी और पार्टी नेतृत्व के बीच कोई मतभेद नहीं है। परन्तु वित्त मंत्री भ्रम पैदा कर रहे हैं कि कांग्रेस नेतृत्व और कांग्रेस दोनों अलग-अलग हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डीडीसीए घोटाले में गंभीर आरोपों का सामना करने के बाद वित्त मंत्री ‘व्यग्र और बेचैन’ हैं। प्रधानमंत्री बेशर्मी से व्यक्तिगत जनसंपर्क अभियान में लगे हैं और वित्त मंत्री अर्थव्यवस्था संभाल नहीं पा रहे हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में कमी के बावजूद औद्योगिक उत्पादन बहुत ज्यादा गिर गया है। निवेश कम हो रहा है तथा महंगाई बढ़ रही है। ऐसे में मोदी सरकार अपनी असफलता छिपाने के लिए जनता का ध्यान बंटाने की कोशिशों में लगी हुई है। गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले अरूण जेटली तथा मोदी सरकार के कुछ अन्य मंत्रियों ने एक सार्वजनिक समारोह में में संसदीय गतिरोध के लिए कांग्रेस तथा इसके नेतृत्व को जिम्मेदार बताया था।