लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने शहरीकरण के फलस्वरूप उत्पन्न हो रही समस्याओं के निराकरण हेतु शहरों को स्वच्छ एवं सुरक्षित बनाने तथा इस प्रक्रिया को निरंतर बनाये रखने के उद्देश्य से प्रदेश के सीमित संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करते हुए न्यूनतम समय में शहरों के स्वरूप में अधिक से अधिक सुधार किये जाने के मकसद से उत्तर प्रदेश में ‘माडल सिटीज’ के विकास के लिए कार्य-योजना तैयार की गई।

आवास एवं शहरी नियोजन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शहरीकरण के फलस्वरूप प्रदेश के समक्ष कई प्रकार की चुनौतियों-अतिक्रमण, अनाधिकृत कालोनियों एवं मलिन बस्तियों की संख्या में वृद्धि, मौलिक सुविधाओं का अभाव, ट्रैफिक कन्जेशन, अस्वच्छता तथा पर्यावरणीय समस्याएं आदि उत्पन्न हो रही हैं। इसी को दृष्टिगत रखते हुए शासन ने शहरों को ‘‘माडल सिटीज’’ के रूप में विकसित करने हेतु, 07 शहरों-वृन्दावन, महोबा, चरखारी, चित्रकूट, अयोध्या, फैजाबाद तथा सीतापुर का चयन किया है।

‘‘माडल सिटीज’’ योजना के अन्तर्गत माडल सिटीज में यातायात एवं परिवहन में सुधार, अवस्थापना सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण/ सुधार, शैक्षिक एवं चिकित्सा सुविधाओं में सुधार, पर्यावरण संरक्षण एवं सुधार, हैरिटेज स्थलों का सुधार एवं संरक्षण आदि का निराकरण किया जायेगा।

शासन द्वारा समस्त मण्डलायुक्तों तथा जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि चयनित शहरों में सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाओं द्वारा नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग एवं उनके मण्डलीय कार्यालयों से सम्पर्क कर डी0पी0आर0 तैयार किये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए सम्बन्धित मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा संस्तुति सहित प्रस्ताव यथाशीघ्र नोडल विभाग (आवास एवं शहरी नियोजन विभाग) को प्रेषित करें।