लखनऊःशुक्रवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने वीडिओ काॅफे्रंस द्वारा सभी राज्यपालों एवं उप-राज्यपालों से आज संवाद किया। राष्ट्रपति के सम्बोधन के पश्चात् 6 राज्यों के राज्यपालों को तीन मिनट का वक्तव्य देने को कहा गया था। ये प्रदेश थे ओडिशा, मिजोरम, गुजरात, उत्तर प्रदेश, केरल और दिल्ली। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल  राम नाईक अपने वक्तव्य में प्रदेश के विकास पर चर्चा की। 

अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है। राम, कृष्ण एवं गौतम बुद्ध जैसे महापुरूषों की यह धरती है। इसकी 21 करोड़ से अधिक की आबादी 80 लोकसभा सदस्य निर्वाचित करती है। उत्तर प्रदेश ने वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अब तक 9 प्रधानमंत्री दिए हैं। इस समय केन्द्रीय गृहमंत्री, रक्षा मंत्री सहित 13 मंत्री उत्तर प्रदेश से हैं। 

उत्तर प्रदेश के विकास हेतु अनेक योजनाएं केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिकता के आधार पर क्रियान्वित की जा रही हैं। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, वेस्टर्न एवं ईस्टर्न इण्डस्ट्रियल काॅरीडोर, लखनऊ मेट्रो, आदि प्रमुख योजनाएं हैं। 

स्मार्ट सिटी के रूप में देश के चिन्हित 100 शहरों में से उत्तर प्रदेश के 13 शहर स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किये जाने हैं जिसमें से 12 शहर चयनित हुए हैं। 13वें शहर के रूप में मेरठ अथवा रायबरेली पर अंतिम निर्णय लिया जाना अभी शेष है। मेरा सुझाव है कि दोनों शहरों को स्मार्ट सिटी का दर्जा देकर 13 के बदले 14 स्मार्ट सिटी उत्तर प्रदेश से करनी चाहिए।

प्रदेश का मुख्य व्यवसाय कृषि है। गत मानसून में कम वर्षा के कारण प्रदेश के   75 जनपदों में से 50 जनपदों को सूखाग्रस्त घोषित करके वसूली स्थगित कर दी गयी है। प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार द्वारा कुछ राहत घोषित हुई है। लेकिन यह सहायता किसानों तक न पहुंचने की शिकायतें भी हैं।

मैं 25 राज्य विश्वविद्यालयों का कुलाधिपति हूँ। मैंने सत्र नियमित करने, नकलविहीन परीक्षा कराने, समय से परिणाम घोषित करने तथा दीक्षान्त समारोह आयोजन करने हेतु निर्देश दिये जिनका अनुपालन हो रहा है। 25 में से 10 विश्वविद्यालयों के दीक्षान्त समारोह हुए हैं, बचे हुए मार्च के पहले सप्ताह तक पूरे होंगे। सभी विश्वविद्यालयों ने दीक्षान्त समारोह में भारतीय वेशभूषा अपनाने का निर्णय किया है। कल 09 जनवरी को राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का सम्मेलन राजधानी लखनऊ के बाहर जौनपुर में होगा। 

उत्तर प्रदेश में 52,000 ग्राम पंचायतें, 820 क्षेत्र पंचायतें तथा 75 जिला पंचायतें हैं। हाल में सम्पन्न ग्राम पंचायतों व क्षेत्र पंचायतों के चुनाव में 72 प्रतिशत मतदान हुआ है। जिला पंचायत अध्यक्षों के निर्वाचन की प्रक्रिया कल ही पूर्ण हुई है। इस चुनाव प्रक्रिया में कई स्थानों पर हिंसक घटनाएं हुई हैं, जो चिन्ता का विषय है। किन्तु कुछ समीक्षकों का कहना यह भी है कि पूर्व चुनाव की तुलना में हिंसा में कमी आयी है।

प्रदेश में उद्योग के विकास के लिए कई महती योजनाएं संचालित की जा रही हैं। गत दिनों राज्य सरकार ने आगरा में अप्रवासी भारतीयों का सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया। उद्योगों के विकास के लिए 24 घंटा बिजली उपलब्ध कराना आवश्यक है। जिसके लिए केंद्र और राज्य सरकार को समन्वय से प्रयास करने होंगे।

29 जनवरी को राज्य विधान मण्डल का शीतकालीन सत्र आहूत किया गया है। 2017 में उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव होने हैं। राज्य में धीरे-धीरे विधानसभा चुनाव की सरगर्मी प्रारंभ हो रही है। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए सबको प्रयास करने होंगे। इसमें हम सफल होंगे ऐसा मुझे विश्वास है।