बेंगलूरु: भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज सैयद किरमानी का मानना है कि पाकिस्तान से खेलने में कोई बुराई नहीं है लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि बीसीसीआई सरकार की मर्जी के खिलाफ नहीं जा सकता और उसे इसके फैसले का सम्मान करना होगा। भारत और पाकिस्तान को इस महीने श्रीलंका में द्विपक्षीय श्रृंखला खेलनी थी लेकिन भारत सरकार ने अभी तक इसकी मंजूरी नहीं दी।

किरमानी ने कहा कि स्वायत्त ईकाई होने के बावजूद बीसीसीआई को सरकार के फैसले का सम्मान करना चाहिये। उन्होंने कहा ,‘मेरे ख्याल से पाकिस्तान से खेलने में कोई बुराई नहीं है लेकिन राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए आईसीसी और बीसीसीआई सरकार के फैसले के खिलाफ नहीं जा सकते । ये स्वायत्त ईकाइयां हैं लेकिन सरकार के फैसले का इन्हें सम्मान करना होगा।’ बीसीसीआई इस श्रृंखला के लिये अपनी सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रहा है। बीसीसीआई और पीसीबी ने पिछले साल एक एमओयू पर दस्तखत किये थे जिसके तहत दोनों देशों को 2015 से 2023 के बीच छह द्विपक्षीय श्रृंखलायें खेलनी है। भारत ने 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान से द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेली है। किरमानी ने कहा,‘ मुझे उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच राजनीतिक संबंधों में तनाव कम होगा । मुझे समझ में नहीं आता कि दो पड़ोसियों के बीच तनाव क्यो रहना चाहिये । आप एक दूसरे से लड़ना क्यो चाहते हैं ।’

किरमानी ने कहा कि अगर यह श्रृंखला होती है तो सारे टिकट बिक जायेंगे क्योंकि लोगों को भारत पाकिस्तान मैचों में बहुत मजा आता है। उन्होंने कहा, ‘हमें हमेशा पाकिस्तान से खेलने में मजा आता रहा है। यदि यह श्रृंखला होती है तो बहुत अच्छा होगा । इससे दर्शकों की रूचि और बढेगी।’ उन्होंने कहा,‘ राजनीति को अलग कर दें तो खिलाड़ियों में आपस में काफी अच्छा तालमेल है । हम एक दूसरे के परिवार और व्यापार के बारे में पूछते रहते हैं । एक दूसरे को शुभकामनायें देते हैं और खिलाड़ी ऐसे ही होने चाहिये । हमारे आपसी संबंध बहुत अच्छे हैं।’ अन्य मसलों के बारे में पूछने पर किरमानी ने दिन रात के टेस्ट का स्वागत करते हुए कहा कि इससे दर्शकों की संख्या बढेगी ।