लखनऊ: सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी प्रदेश के जिला पंचायत अध्यक्ष के पदों पर अपने प्रत्याशियों केा जिताने के लिए जोड़-तोड़ करने में जुटी हुई है। जिस प्रकार समाजवादी पार्टी के मुखिया द्वारा प्रदेश सरकार के मंत्रियों और विधायकों को अपने-अपने जिलों में रहकर अध्यक्ष पद पर येन-केन-प्रकरेण कब्जा करने के निर्देश दिये गये हैं उससे यह साफ हो गया है कि समाजवादी पार्टी लोकतंत्र का गला घोंटने पर अमादा है।

प्रदेश कांग्रेस के कम्युनिकेशन विभाग के वाइस चेयरमैन वीरेन्द्र मदान ने आज कहा कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी सत्ता में आते ही प्रमुख पदों पर सत्ता के बल पर कब्जा करने में जुट जाती है। धनबल, बाहुबल और माफिया के बल पर समाजवादी पार्टी जिला पंचायत के अध्यक्ष के पदों पर अनैतिक रूप से कब्जा करना चाहती है।  

श्री मदान ने कहा कि अभी कुछ दिन पूर्व पंचायत चुनाव में प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त समाजवादी पार्टी के नेता सहित अनेकों नेता बूथ कैप्चरिंग करते हुए पकड़े गये और उनके विरूद्ध एफआईआर तक दर्ज हुई है। समाजवादी पार्टी का बूथ कैप्चरिंग करके ही चुनाव जीतने का इतिहास रहा है जो वह लगातार जारी रखते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में अपने नेताओं को जिलों-जिलों में खरीद-फरोख्त कर इन पदों पर कब्जा करना चाहती है।