लखनऊ। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अचानक पाकिस्तान जाने को सकारात्मक पहल बताते हुए शनिवार को कहा कि उन्हें भी मोदी के लाहौर जाने की सूचना पहले नहीं थी। अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र लखनऊ के तीन दिवसीय दौरे पर आए राजनाथ सिंह यहां एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अचानक जाकर प्रधानमंत्री ने साबित कर दिया कि भारत के लोग सहिष्णु हैं।

उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ वह अपने घर के लॉन में बैठे थे कि उसी समय प्रधानमंत्री ने फोन पर बताया कि वह काबुल से लाहौर जा रहे हैं। बिना निमंत्रण के दूसरे देश में जाने से बड़ी सहिष्णुता क्या होगी। उन्हें मोदी के पाकिस्तान जाने का पता एकाएक चला।

राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ने दूसरे देशों से ‘कल्चरल डिप्लोमेसी’ शुरू की है। इससे राजनीतिक ही नहीं सांस्कृतिक सम्बन्धों में भी इजाफा होगा। गृह मंत्री ने कहा कि दुनिया ने पहली बार देखा कि प्रधानमंत्री मोदी अचानक काबुल से लाहौर पहुंच गए। यह दर्शाता है कि भारत पड़ोसी मुल्कों से कैसे सम्बन्ध चाहता है। कुछ समय पूर्व देश में असहिष्णुता का मुद्दा उठा था, लेकिन मोदी ने लाहौर की यात्रा कर साबित कर दिया कि देश सहिष्णु है, यहां के लोग शांतिप्रिय हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के पाकिस्तान दौरे से दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है, इसीलिए अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा समेत कई विकसित देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत की तारीफ कर रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के दूसरे दिन आयोजित गोष्ठी में सिंह ने वाजपेयी को युगपुरुष बताया और कहा कि वह ही नहीं पूरी दुनिया चाहती है कि वह (वाजपेयी) जल्द से जल्द स्वस्थ हों।

उन्होंने कहा कि सुशासन और विकास पर चर्चा वाजपेयी की सरकार की देन रही है। अटलजी ने दुनिया में भारत का मस्तिष्क ऊंचा किया। नौ साल से वह अस्वस्थ हैं। उनके साथ नहीं होने की कमी हम सभी को खल रही है।सिंह ने कहा कि अटलजी के प्रधानमंत्री बनने से पहले ही देश के लोगों ने उनके अन्दर प्रधानमंत्री का गुण देख लिया था। सरकार चलाने की उनकी क्षमता का सभी ने लोहा माना।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि अटलजी ने शहरों का ही नहीं गांवों का विकास किया क्योंकि वह मानते थे कि गांव को विकसित किए बगैर देश आगे नहीं बढ़ सकता इसीलिए उन्होंने सड़कों का जाल बिछाकर गांवों को शहरों से जोड़ा। अटलजी कहा करते थे, छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता और टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता। उनके इन विचारों को लेकर हम सभी को आगे बढऩा है और उन लोगों को भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जोडऩा है जो वैचारिक दृष्टि से अभी तक हमसे अलग हैं। इस सम्बन्ध में उन्होंने खासतौर पर मुसलमानों का जिक्र किया।