लखनऊ: दारूल उलूम फरंगी महल के अन्र्तगत अल्लामा अब्दर्रशीद फरंगी महली हाल में माह रबी उल अव्वल के अवसर पर ग्यारहवें ‘‘जलसा सीरतुन्नबी स0 व सीरत सहाबा रजि0 और तहफ्फुजे शरीअत’’ का आयोजन किया गया। 

इस अवसर पर इामम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली नाजिम दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल ने अपने सम्बोधन में कहा कि नबी पाक सल्ल0 की जिन्दगी तमाम इंसानों के लिए मार्ग दर्शक है, वह सारे जहाँ के लिए रहमत बनाकर भेजे गए। उन्होंने पूरी दुनिया को तौहीद व रिसालत और अमन व सलामती का पैग़ाम दिया। सहाबाक्राम की जमाअत इस्लाम से पहले जिहालत व गुमराही की जिन्दगी गुजार रही थी। आप सल्ल0 के फैज से वह दुनिया की एक काबिल-ए-तकलीद जमाअत बन गयी।

मौलाना ने कहा कि हम सब आप सल्ल0 की उम्मत हैं और हम को आप की निसबत पर फखर है। हम आप की शान में किसी भी तरह की बे अदबी और गुस्ताखी गवारा नही कर सकते। हम हुजूर सल्ल0 और हुजूर सल्ल0 के सहाबा से इश्क व मुहब्बत रखते हैं और यही एक मोमिन की पहचान है। उन्होंने कहा कि आज जरूरत इस बात की है हम अपनी जिन्दगी गुजारने का तरीक़ा बदलें और रसूल पाक सल्ल0 के मार्ग दर्शक की रौशनी में अपनी जिन्दगी गुजारें। आज पूरी दुनिया एक बार फिर गुमराही में डूबी हुई है। भ्रष्टाचार और बेहयाई फैली हुई है। हर शख्स अपने फायदे के पीछे भाग रहा है। हम सब मिल कर वादा करें कि अपनी जिन्दगी रसूल पाक के बताये हुए तरीके पर गुजारेगें।

उन्होने तमाम अंजुमनों के जिम्मेदरों से अपील की कि जुलूस मदहे सहाबा रजि0 में अमन व शन्ति का पूरा ख्याल रखें