आईसीआईसीआई लोम्बार्ड ने जारी किया उद्योग का दृष्टिकोण

बढ़ती ग्राहक जागरूकता, भयावह घटनाओं और स्वास्थ्य बीमा पर ग्राहक समर्थित विनियामक परिवर्तन, जबकि वाहन बीमा उद्योग के बारें में पता चलता है कि उसके लिए रोमांचक समय है, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड ने अपनी रिपोर्ट ‘‘जनरल इंश्योरेंसः ट्रेण्ड एण्ड आउटलुक-2016‘‘ में यह तथ्य उजागर किए हैं। इस रिपोर्ट में वर्ष 2015 में मोटर एवं हैल्थ इंश्योरेंस उद्योग की प्रमुख प्रवृतियों को रेखांकित करने के साथ ही उसका असर आने वाले वर्ष और आगे पड़ने के बारे में अपना दृष्टिकोण भी पेश किया है।

इस रिपोर्ट पर अपनी टिप्पणी में आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कम्पनी के चीफ अण्डरराइटिंग, क्लेम्स एण्ड रिइंश्योरेंस श्री संजय दत्ता ने कहा ‘‘ निजी क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी जनरल इंश्योरेंस कम्पनी के नाते, हमारे लिए यह जरूरी है कि आईसीआईसीआई लोम्बार्ड स्वास्थ्य एवं वाहन बीमा के क्षेत्र में अग्रणी होते हुए इन उद्योगों के रुझानों को पेश करे और यह रिपोर्ट जनरल इंश्योरेंस को उपभोक्ता मांग से प्रेरित नई पहल एवं नीतियां निर्धारित करने मेें मददगार होगी।‘‘

स सर्वे में स्वास्थ्य एवं वाहन बीमा जागरूकता, ग्राहकों की जरूरत तथा विभिन्न घटनाओं से पड़े प्रभावों  को लेकर कुछ रोचक सच्चाइयां उजागर हुई हैं। वर्ष 2015 हैल्थ केयर के बारे में लोगों में सामान्य सतर्कता बढ़ी है तथा बीमा मुख्य रूप से सरकारी योजनाओं, भयावह घटनाओं में वृद्धि तथा चिकित्सा व्यय में ओपीडी खर्च सहित अन्य खर्चों में तेजी के कारण लोग बीमा के प्रति जागरूक हुए हैं। ग्राहक अब अपने इलाज से पहले अस्पतालों की साख का मूल्यांकन उनसे जुड़े चिकित्सकों, अस्पताल की प्रसिद्धी तथा चिकित्सा सुविधा के आधार पर करने लगे हैं। अधिकाधिक लोग उनके बीमा प्रदाताओं को एक विश्वसनीय साख का स्रोत मानते हुए अच्छे निर्णयों के लिए उन पर निर्भर रहने लगे हैं।