लखनऊ: प्रदेश की विभिन्न जेलों में जुर्माने की राशि अदा न कर पाने की वजह से जेल में पड़े 39 कैदियों को आजाद कर दिया गया। कारागार मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया ने गुरु तेगबहादुर के शहीदी दिवस पर बुधवार को कैदियों की रिहाई की घोषणा की। रामूवालिया के प्रयास से सिख व पंजाबी समाज की संस्था ‘बेसहारा मुक्ति संस्था’ ने इन कैदियों के जुर्माने की राशि 2 लाख 40 हजार रुपए दी। 

मंत्री ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि वर्ष 2016 में जुर्माने की राशि अदा न कर पाने वाले और कैदियों को छोड़ा जाएगा। उन्होंने जेल अधिकारियों को निर्देश दिया कि जुर्माने का भुगतान न करने की वजह से जेलों में बंद कैदियों का ब्योरा उपलब्ध कराएं। कारागार मंत्री ने कहा कि जेलों में बंद उम्रदराज और गंभीर बीमारियों से पीड़ित कैदियों को छोड़ने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बातकर जल्द हल निकालेंगे। 

कारागार मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया ने कहा कि सजा की मियाद पूरी कर चुके कैदियों के रिहाई हेतु आवेदन पर संबंधित जिले के डीएम व एसपी त्वरित कार्रवाई करें। मंत्री ने कहा कि थाने की पुलिस कैदियों के मामले में दिलचस्पी नहीं लेती है। यह गंभीर समस्या है। जिससे निपटने की जरूरत है ताकि उम्रदराज और बीमार कैदी जेल से आजाद हो सके।