दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल में ‘‘जलसा सीरतुन्नबी व तहफ्फुजे शरीअत’’ का आयोजन

लखनऊ: दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल में माह-ए-रबी उल अव्वल की मुनासिबत से तीसरे जलसे ‘‘सीरतुन्नबी व तहफ्फुजे शरीअत’’ का आयोजन किया गया। जलसे को खिताब करते हुए मौलाना व मुफ्ती अतीकुर्रहमान अध्यापक दारूल उलूम निजामिया फंरगी महल ने कहा कि हुजूर पाक सल्ल0 तमाम इंसानों की रहबरी के लिए मुकम्मल नमूना है। दुनिया का हर शख्स हुजूर पाक सल्ल0 के सच्चे और अच्छे सहाबाक्राम रजि0 के एहसान का बदना नही अदा कर सकते क्यों कि सहाबाक्राम ने खुदा पाक के पसंदीदा दीन-ए-इस्लाम को फैलाने में किसी किस्म की कमी नही की।

मौलाना ने कहा कि खुदा पाक की रजा इसी मे हैं कि जैसा खुदा ने आदेश दिया है वैसा ही किया जाए, अपनी तरफ से उसमें कुछ कमी और ज्यादती न की जाए। सहाबाक्राम ने हुजूर पाक की जिन्दगी का हर हर पहलू हम तक पहंुचा दिया। हमें अपनी आखिरत और दुनियावी फायदे के लिए उसको अपनाना चाहिए।

उन्होंने ने कहा कि आज जरूरत इस बात कि है कि सीरत-ए-नबवी स0 के तमाम पहलुओं का अध्ययन किया जाए और दुनिया के बसने वाले सारे इंसानों तक खुदा पाक के रसूल का पैग़ाम पहुंचाया जाए।