यस बैंक लिमिटेड ने पेरिस में आयोजित कांफ्रेंस आफ पार्टीज (सीओपी) 21 क्लाइमेट समिट के मौके पर भारत में क्लाइमेट फिनांस (जलवायु वित्त) के लिए 5 बिलियन यूएसडी जुटाने की एक बड़ी घोषणा की है. 

यस बैंक, देश में जलवायु वित्त क्षेत्र में एक अग्रणी लीडर, ने क्लाइमेट एक्शन के लिए 2015 से 2020 के बीच 5 बिलियन यूएसडी जुटाने का लक्ष्य तय किया है. यह पैसा कर्ज, निवेश, मिटिगेशन आदि के जरिए पूंजी उगाही के माध्यम से जुटाया जाएगा. समग्र प्रभाव को प्राप्त करने और भारत को इंटेंडेड नेशनली डिटरमाइन्द कंट्रीब्यूशन यानी आईएनडीसी का लक्ष्य हासिल करने में मदद देने के लिए बैंक ने 2020 तक निम्नलिखित लक्ष्यों को हासिल करना तय किया है.

इस प्रतिबद्धता को बताते हुए राणा कपूर, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि सीओपी21 जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए व्यापार और वित्तीय नवाचारों के जरिए व सरकारों और व्यवसाय के बीच साझेदारी से नए रास्ते बनाने व क्षमता प्रदर्शन का मौका दिया है. सितंबर 2014 में यस बैंक द्वारा संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन में अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने से यह काम शुरु हो चुका है. यस बैंक ने सालाना 500 मेगावाट स्वच्छ ऊर्जा के वित्त पोषण का लक्ष्य रखा था, जो पूरा हुआ है. प्रोएक्टिव कॉर्पोरेट हस्तक्षेप जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है और वित्तीय संस्थानों की क्लाइमेट एक्शन को संचालित करने में एक बड़ी भूमिका है. यस बैंक पूरी तरह से एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है. यह भारत के निकट और लंबी अवधि में जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में नए वित्तीय तंत्र का विकास करेगा.