लखनऊ: उलमा-ए-अहले सुन्नत वल जमाअत के मिशन के पासबान शमा रिसालत सल्ल0 और उसके परवानों के नामूस के निगहबान इदारे आॅल इण्डिया सुन्नी बोर्ड के जिम्मेदारों और कार्यकर्ताओं की अहम अहम बैठक हुई। 

बैठक की अध्यक्षता बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मुश्ताक ने की। उन्होेंने कहा कि नबी सल्ल0 और इश्क रसूल हर मुसलमान का दीनी तकाजा है। उन्होंने कहा कि नामूस रसूल सल्ल0 की हिफाजत के लिए मुसलमान बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने के लिए तैय्यार हैं। 

इस अवसर पर मौलाना मुहम्मद सुफयान ने कहा कि रबी उल अव्वल के महीने में हम को सुन्नत रसूल सल्ल0 की ज्यादा से ज्यादा पाबन्दी करना चाहिए। इस बैठक में यह बातें तय की गयींः

2 से 12 रबी उल अव्वल अशरा रहमतुल लिल आलमीन सल्ल0 का एहतिमाम किया जाए। इन दस दिनों में खास कर रहमतुल लिल आलमीन सल्ल0 के पयाम -ए-रहमत व शफकत को ज्यादा से ज्यादा फैलाने का काम किया जाए। जो लोग नही जानते हैं उनको नबी पाक सल्ल0 की सीरत पाक, तालीम और आप सल्ल0 के अच्छे और सच्चे सहाबाक्राम रजि0 की जिन्दगी व कारनामों से अवगत कराया जाए।

बोर्ड के अंतर्गत जो छः दिवसीय जलसे हर साल होते हैं वह इस प्रकार से हैः

(1) मस्जिद तकवियतुल ईमान, नादान महल रोर्ड पहली रबी उल अव्वल ईशा की नाम के बाद

(2) मस्जिद ताहा कच्ची कालोनी, मेंहदी गंज 3 रबी उल अव्वल ईशा की नाम के बाद

(3) मस्जिद सिद्दीकि़या, (अखाड़े वाली) बिल्लौचपुरा 5 रबी उल अव्वल ईशा की नाम के बाद

(4) मस्जिद पकरिया वाली, अकबरी गेट, 7 रबी उल अव्वल ईशा की नाम के बाद

(5) बडी मस्जिद निकट एैशबाग़ कब्रस्तिान,  8 रबी उल अव्वल ईशा की नाम के बाद 

(6) मस्जिद जमीअतुल र्रायीन, तरकारी मण्डी, चैक 9 रबी उल अव्वल ईशा की नाम के बाद 

बैठक में कारी जैनुल आबिदीन, मौलाना अब्दुल लतीफ, हाफिज शमीम, मुहम्मद इरफान, मुहम्मद शुएैब, जावेद अहमद, सै0 अयाज अहमद, मुहम्मद आसिम, हाजी फैजुद्दीन, गौस मुहम्मद, मुहम्मद यासीन, मुहम्मद परवेज, कासिम कुरैशी और सै0 अनवर खास तौर पर मौजूद थे।