मुख्यमंत्री ने संगीत मिलन समारोह के विजेताओं को किया सम्मानित 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भौतिक सुविधाएं थोड़े समय के लिए खुशी देती हैं, जबकि संगीत से सही मायने में मानसिक शांति मिलती है। आज की तनाव भरी जिन्दगी में संगीत लोगों को सुकून देता है। 

मुख्यमंत्री आज यहां संत गाडगे आॅडिटोरियम में आयोजित ‘क्लासिकल वाॅयस आॅफ इण्डिया-2015’ संगीत मिलन समारोह के विजेताओं को सम्मानित करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। ज्ञातव्य है कि यह कार्यक्रम भावी पीढ़ी में भारतीय शास्त्रीय संगीत की धरोहर को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। 12 प्रदेशों के 19 शहरों से चुने गए बच्चों ने शास्त्रीय संगीत की इस प्रतियोगिता में भाग लिया।  

श्री यादव ने कहा कि भारत की दुनिया में एक खास पहचान है। यह पहचान हमारी सांस्कृतिक धरोहरों के कारण है। अलग-अलग जगहों से आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में कामयाबी हासिल करने वाले अनेक लोगों ने दुनिया में देश को प्रतिष्ठा दिलायी है। अनेक संगीतकारों ने भी देश को दुनिया में पहचान दिलायी है। अपनी सांस्कृतिक धरोहरों और पहचान को बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश की धरती पर पधारने वाले जापान के प्रधानमंत्री के देश को जैसे ‘लैण्ड आॅफ राइजिंग सन’ के नाम से जाना जाता है, वैसे ही हमारे देश और प्रदेश की पहचान ‘लैण्ड आॅफ लाॅर्ड बुद्धा’, ‘लैण्ड आॅफ राम, कृष्ण एण्ड शिव’ और ‘लैण्ड आॅफ ताज’ के नाम से है। उत्तर प्रदेश का संगीत काफी समृद्ध है। बनारस, बदायूं जैसे संगीत के कई समृद्ध घराने उत्तर प्रदेश में ही हैं। कार्यक्रम के आयोजकों डाॅ0 जी0 चैधरी और डाॅ0 अरून्धति चैधरी को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों और प्रयासों का अधिक से अधिक प्रचार किए जाने की जरूरत है। इससे अधिक से अधिक लोग इन आयोजनों से जुड़ेंगे। उन्होंने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी बच्चों की सफलता की कामना करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ऐसे आयोजनों के लिए  हर सम्भव सहयोग के लिए तत्पर रहती है। 

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने संगीत गुरूओं उस्ताद हशमत अली खां, पण्डित धर्मनाथ मिश्रा एवं श्री विनय भूषण तथा प्रतियोगिता के विभिन्न समूहों के विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया। क्लासिकल वाॅयस आॅफ इण्डिया-2015 का पुरस्कार मुम्बई ओम बोंगेन को दिया गया। जूनियर गु्रप में प्रथम पुरस्कार पुणे की अंजलि गायकवाड़, द्वितीय पुरस्कार पुणे की ही नन्दिनी गायकवाड़ तथा तृतीय पुरस्कार बैंगलुरू के पुष्पेन्द्र को मिला। मिडिल गु्रप में प्रथम पुरस्कार वर्धमान के आरकोदीप हजरा, द्वितीय पुरस्कार पुणे की मानसी मुकुंद कुलकर्णी तथा तृतीय पुरस्कार बैंगलुरू की रघुनन्दन श्रीराम को दिया गया। 

सीनियर ग्रुप में प्रथम पुरस्कार मुम्बई के ओम बोंगेन, द्वितीय पुरस्कार वाराणसी की सोहनी गांगुली तथा तृतीय पुरस्कार बैंगलुरू के नौशाद को मिला। तबला नवाज आॅफ इण्डिया का पुरस्कार पुणे के साहबराज सनादि को दिया गया। तबला प्रतियोगिता में जयपुर के मेराज हुसैन को प्रथम तथा दिल्ली के आशुतोष वर्मा को द्वितीय रनर अप का पुरस्कार मिला। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रत्येक प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ प्रतियोगी तथा सांत्वना पुरस्कार के पुरस्कृत प्रतियोगियों को भी मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।