लखनऊ: पिछड़ा समाज महासभा के राष्ट्रीय महासचिव शिवनारायण कुशवाहा ने कहा है कि पिछड़ो दलितों के अधिकारों में बाधक है, हिन्दू धर्म यह केवल तीन प्रतिशत के लोग अपना वचस्र्व कायम करने के लिए हिन्दू-हिन्दू करके अपना सत्ता में बने रहना चाहते है इन्हें उखाड़ कर  फेंकने के लिए पिछड़ों और दलितों को एक जुट होकर इनके भ्रम में ना आ करके अपना खोया हुआ राजपाट के लिए जुझारू संघर्ष करके वापस लेना होगा अन्यथा यह वर्षो तक पिछड़ों व दलितों को धर्म का नारा देकर मूर्ख बनाते रहेंगे।

कुशवाहा ने यह भी कहा कि देश में इन तीन प्रतिशत के लोग सत्ता में बने रहने के लिए यह पूरे देश को ही नही बर्बाद करेंगे बल्कि पूरी दुनिया में जिस तरह पाकिस्तान बदनाम है उससे बदत्तर हालत में देश को यह तो जाने के रास्ते पर चल चुके हैं। अभी तक हो रहा है।

कुशवाहा ने यह भी कहा केवल वोट लेने के लिए यह हिन्दू धर्म का नारा देते है। जब चुनाव आयेगा तो इन्हें राम मन्दिर याद आयेगा। हिन्दू-मुस्लिम को किस तरह आपस में लड़वाकर हर तरह की साजिश करे यह सत्ता प्राप्त कर लेना है। फिर इन्हें पिछड़ा -पिछड़-पिछड़ा नजर आता है दलित -दलित नजर आता है। यह किसी भी सुरत में पिछड़ों दलितों को राष्ट्रीय सम्पत्ति व सत्ता में भागीदारी नही देना चाहते। ऐसी स्थित में पिछड़ों व दलितों को इनके सभी साजिशों को बेनाकाब करना होगा और अपना खोया हुआ राजपाट को पुनः वापस लेना होगा इसके लिए महासभा जन आन्दोलन की शुरूआत जल्द ही करेगा।