आज श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने आज ITC  गार्डेनिया, बेंगलुरू में स्मार्ट होम साॅल्युशन्स सर्वेक्षण की हाइलाइट्स रिलीज की, जो  रिसर्च पार्टनर्स, बेंगलुरू द्वारा किया गया था। इस सर्वे के मुख्य परिणाम यह था कि स्मार्ट होम मार्केट के वर्ष-दर-वर्ष प्रतिशत की दर से बढ़ने की आशा है, जिसके द्वारा यह सुनिश्चित होगा कि हर 3 साल में यह मार्केट दो गुना हो जाएगी। यह सर्वे 50 लाख रु. से 1 करोड़ रु., 1.5 करोड़ रुपये और 5़ करोड़ रु. की सीमा के अंदर प्रीमियम अपार्टमेंट काॅम्प्लैक्स, डुप्लैक्स, ट्रिप्लैक्स और विलाओं के अंतिम ग्राहकों तथा इस काॅम्प्लैक्स के बिल्डरों के बीच किया गया था। इस सर्वे से स्मार्ट होम्स के बारे में प्रत्युत्तरदाताओं के बीच उच्च जागरुकता उजगार हुई है जो महानगरों और आला वर्गीय तबके में लगभग सार्वभौमिक थी।

उच्च-वर्गीय मकानों में लगभग सभी ग्राहकों द्वारा कुछ हद तक स्मार्ट होम साॅल्युशन्स अपनाए जाने के साथ यह झुकाव काफी सकारात्मक था। सर्वे के अनुसार, सुरक्षा, सहूलियत और ऊर्जा कुशलता इन स्मार्ट होम्स के लिए सबसे बड़े प्रेरक हैं। विलोमतः, उच्च लागत और असली सार्थकता के बारे में स्पष्टता की कमी एक मात्र बाधाएं हैं। कुछ मामलों में, जानकारी की कमी एक संभावित बाधा थी।

स्मार्ट होम्स सर्वे के बारे में चर्चा करते हुए, श्रीनिवास शेब्बी, बिल्डिंग्स एंड पार्टनर  श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया का कहना था, “लगभग 75 प्रतिशत प्रत्युत्तरदाता स्मार्ट होम्स के बारे में जानते थे, जो आला-वर्गीय तबके में लगभग सार्वभौमिक था। लेकिन निचले तबकों में जागरुकता कम थी, क्योंकि ये प्रत्युत्तरदाता अपेक्षाकृत छोटे शहरों से थे जिनमें 11प्रतिशत  सहायता किए जाने पर इस बारे में अवगत नहीं थे। बजट तबके के बीच, विशेषकर महानगरों में, स्मार्ट होम्स के बारे में जानकारी की गुणवत्ता काफी अच्छी थी, लेकिन गैर-महानगरों में अस्पष्ट थी। जानकार प्रत्युत्तरदाताओं ने सिक्योरिटी सिस्टम जैसे ब्ब्ज्ट कैमरे और वीडियो काॅलिंग, रोशनी व्यवस्था, आग और गैस रिसाव अलार्म आदि से युक्त स्मार्ट होम्स को पहचाना।