पेरिस : पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने निजी वाहनों के लिए ‘सम-विषम’ प्रतिबंधों को लागू करने के दिल्ली सरकार के फैसले को अच्छा कदम बताते हुए कहा कि शीला दीक्षित के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने भी एक बार इसी तरह के कदम का सुझाव दिया था।

रमेश यहां पेरिस में नेशनल असेंबली में आयोजित दो दिवसीय ‘ग्लोब कॉप 21 लेजिस्लेटर्स’ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आए हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य और केंद्र सरकार के मंत्रियों के वाहनों को भी इस प्रतिबंध का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर इसे गंभीरता से लागू किया गया तो इस फैसले का रचनात्मक प्रभाव होगा।

केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की जलवायु परिवर्तन पर टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर रमेश ने कहा कि उन्होंने अभी तक उनकी टिप्पणी के बारे ना तो पढ़ा है और ना ही सुना है। बहरहाल, यह तथ्य है कि जलवायु परिवर्तन भारत में एक गंभीर मुद्दा है और इससे निपटने के लिए सख्ती से कदम उठाना चाहिए। मेनका गांधी ने कहा था कि जलवायु परिरवर्तन में मुख्य योगदानकर्ताओं में भारत भी एक है और इस संबंध में और अधिक काम किए जाने की जरूरत है।