लखनऊ: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश व मिजोरम के पूर्व राज्यपाल डॉ. अजीज कुरैशी ने बुधवार को कांग्रेस पार्टी को सलाह दी कि वह बिहार की तरह यूपी में भी महागठबंध्ा बनाये और सपा, बसपा व रालोद के साथ मिलकर चुनाव लड़े क्योंकि कांग्रेस के लिए अकेले चुनाव लड़ना आत्महत्या करने जैसा होगा। 

वीवीआईपी गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ. कुरैशी ने कहा कि सांप्रदायिकता देश में अपनी आखिरी लड़ाई लड़ रही है। बिहार में महागठबंधन की भाजपा पर भारी विजय ने उसकी कमर तोड़ दी है। अब अगला मोर्चा आने वाले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में होगा। इसमें इस बात का अंतिम फैसला हो जाएगा कि देश की राजनीति किस ओर करवट ले रही है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को आपस के छोटे-छोटे मतभेद भुलाकर सांप्रदायिक एवं फासिस्ट ताकतों के खिलाफ एक मोर्चा बनाना चाहिए। इसका नेतृत्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपा जाना चाहिए, क्योंकि उन्हें न प्रधानमंत्री बनना है और न ही कोई अन्य पद लेना है।

पूर्व राज्यपाल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का पद सोनिया गांधी के पास ही रहना चाहिए। राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग करने वाले दरअसल चापलूस हैं। राहुल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वह काफी मेहनत कर रहे हैं लेकिन संगठन उसे वोटों में नहीं बदल पा रहा है। पार्टी का संगठनात्मक ढांचा काफी कमजोर हो गया है। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष डॉ. निर्मल खत्री को भी मेहनती व ईमानदार बताया, लेकिन यह भी कहा कि प्रदेश में संगठन अभी भी काफी कमजोर है। यहां अकेले चुनाव लड़ना आत्महत्या करने जैसा होगा।