लखनऊ: प्रदेश की महिला कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  सैय्यदा शादाब फातिमा ने गत वर्ष जनपद गौतमबुद्धनगर में हाईटेंशन लाइन गिरने से सायरा की आंख की रोशनी चले जाने की घटना को गम्भीरता से लिया है। उन्होंने इस बालिका का इलाज दिल्ली स्थित किसी प्रतिष्ठित अस्पताल में कराये जाने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। बालिका के इलाज पर आने वाले खर्च का वहन रानीलक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष से किया जायेगा।

श्रीमती फातिमा ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि गत वर्ष ग्राम उमरशान, ब्लाक धमकौर, जनपद गौतमबुद्धनगर के निवासी श्री शराफत की पुत्री कु0 सायरा पर हाईटेंशन लाइन गिर जाने से इस बालिका की दोनों आंख की रोशनी चली गयी थी। यह घटना उनके संज्ञान में आने पर तत्काल निर्णय लेते हुए इस बालिका का इलाज दिल्ली के बेहतर से बहेतर अस्पताल में कराये जाने के निर्देश दिए गए है। इस संबंध में विभाग के अधिकारी पीड़ित परिवार से लगातार सम्पर्क में हैं। बालिका का मेडिकल चेकअप कराने के उपरान्त एम्स भेज दिया जायेगा। बालिका के इलाज पर आने वाले पूरे खर्च का वहन रानीलक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष से किया जायेगा।

श्रीमती फातिमा ने बताया कि सरकार प्रदेश में महिलाओं एवं किशोरियों के हितार्थ कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव प्रदेश में महिलाओं के सामाजिक तथा आर्थिक क्षेत्र में सुदृढ़ीकरण के प्रति काफी संवेदनशील हैं। इसी क्रम में उन्होंने रानीलक्ष्मी बाई महिला सम्मान कोष की स्थापना की है। इस कोष के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान कर उनकी स्थिति में सुधार लाया जा रहा है।