मथुरा में IFWJ के 65वें  राष्ट्रीय अधिवेशन में सार्क पत्रकार महासंघ स्थापना की प्रतिबद्धता दोहरायी गयी 

मथुरा : बदलते परिवेश में पत्रकारों को चरित्र निर्माण के लिये अपना मूल्यांकन करने की बहुत आवश्यकता है। यह बात मथुरा में इण्डियन फैडरेशन आॅफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (आईएफडब्लूजे) के 65वें राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन समारोह में अपने विचार व्यक्त करते हुए IFWJ  राष्ट्रीय अध्यक्ष के0 विक्रम राव ने कही। श्री राव ने दक्षिण एशिया के पत्रकारों का सार्क पत्रकार महासंघ स्थापना की प्रतिबद्धता दोहरायी। 

सम्मलेन को  सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण, सहकारिता, सिंचाई एवं जलसंसाधन मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि देश के चौथे  स्तम्भ प्रत्रकारिता ने देश को हर मुश्किल समय में दिशा प्रदान करने का कार्य किया है। उन्होने इस मौके पर कहा कि पुरातन कालों में भी मीडिया का महत्व बना रहा है चाहे वह द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण हो अथवा महाभारत के संजय आदि सभी ने मीडिया का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता, संगीत और कला तब तक रहेगी जब तक सृष्टि रहेगी। मैं अगर राजनीति में न होता तो साधु सन्तो के सानिध्य में रहता। पत्रकारिता भ्रष्टाचार और राजनीति से परे होनी चाहिये। आज टैक्नोलाॅजी के दौर में सोशल मीडिया बहुत प्रचलित है लेकिन प्रिन्ट मीडिया अखबार का महत्व जो पहले कभी हुआ करता था आज भी उतना ही है। 

तमिलनाडु के सज्ञाराज और चन्द्रिका ने जून में आयोजित होने वाले संगठन के राष्ट्रीय अधिवेशन की घोषणा की है। इस दौरान राष्ट्रीय कार्यकारिणी में दिल्ली मुख्यालय के सचिव के रूप में वरिष्ट पत्रकार विपिन धूलिया को मनोनीत किया है। 

इस दो दिवसीय अधिवेशन में 27 राज्यों एवं देश के केन्द्र शासित प्रदेशों के 590 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इससे पूर्व रविवार को आईएफडब्लूजे की कार्यकारिणी बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लिये गये।

के0डी0 डेन्टल काॅलेज के विशाल सभागार में आज सोमवार को आयोजित इस कार्यक्रमें मथुरा के जिलाधिकारी  राजेश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा0 राकेश कुमार, मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष चन्द्रप्रकाश सिंह, सचिव एसबी सिंह आदि जनपद भर के अधिकारियों के अलावा वरिष्ठ पत्रकार देशभक्त बाजपेयी जी, उपाध्यक्ष सत्या पारिक, हसीब सिद्दीकी श्याम जोशी, रामदत्त त्रिपाठी,  अरविन्द अवस्थी, एन0 राजू, प्रवेश चतुर्वेदी, संजय द्विवेदी, अमित भार्गव, सुरेश सैनी, हरिओम पाण्डेय, विकास शर्मा, फैजल कुरैशी, अनिल सारस्वत, वकील खान, मधुसूदन शर्मा आदि ने शिरकत की।