लखनऊ। प्रकृति रक्षा को धर्म रक्षा से जोड़ते हुए आज मनकामेश्वर मन्दिर की श्रीमहन्त देव्या गिरि ने गोमती की स्वच्छता के लिए विशेष अभियान का शुभारम्भ किया। देव्या चैरिटेबल ट्रस्ट एवं सनातन धर्म फाउण्डेशन द्वारा रविवार को शहर के अनेक स्थानों से विसर्जन योग्य मूर्तियों एवं पूजन सामग्री का संकलन कराकर खाटूश्याम वाटिका में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूविसर्जन कराया गया।

इस अवसर पर श्रीमहन्त देव्या गिरि ने जनसामान्य से अपील करते हुए कहा कि गोमती को प्रदूषणमुक्त बनाने के अभियान में आगे आयें। पुष्प आदि पूजन सामग्री एवं मूर्तियों का यथासम्भव भूविसर्जन कराया जाय। उन्होंने कहा कि पक्का पुल, डालीगंज पुल, हनुमान सेतु समेत गोमती पर बने  राजधानी के सभी सेतुओं तथा चुनिन्दा पचास स्थानों पर विसर्जन योग्य सामग्री का संग्रह करने के लिए बड़े पात्र की व्यवस्था कराने का प्रयास करेंगी।

देव्या चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से प्रातः मनकामेश्वर मन्दिर से गणेश लक्ष्मी प्रतिमाओं के संग्रह हेतु निकले वाहन पर स्वयं देव्या गिरि जी मौजूद रहीं वहीं राजाजीपुरम स्थित टडि़यन हनुमान मन्दिर से सनातन धर्म फाउण्डेशन के अध्यक्ष प्रेम तिवारी, महासचिव अजय तिवारी, सुशील तिवारी आदि कार्यकत्र्ताओं ने रोड साइड, पेड़ों के नीचे, मन्दिर परिसर, पार्क, फुटपाथ पर पड़ी भारी संख्या में गणेश-लक्ष्मी की पुरानी मूर्तियांे को तो उठाया ही, घर व दुकानों पर सम्पर्क करते हुये विसर्जन योग्य मूर्ति व पूजन सामग्री एकत्र की। इसके अतिरिक्त राष्ट्र रक्षा युवा वाहिनी के सत्यम त्रिपाठी के नेतृत्व में आलमबाग क्षेत्र से भी मूत्र्तियां एकत्र की गईं। शहर के कई अन्य स्थानों से भी भक्तगण अपने अपने वाहनों में मूत्र्तियां भर कर लाये थे।

विसर्जन के दौरान सर्वश्री एस.के.गोपाल, जगदीश चन्द्र गुप्त, पवन तलवार, रूद्र प्रताप दूबे, पार्षद रणजीत सिंह, विजय पाठक, मुकेश अग्रहरि, श्यामू सिंह, भावना सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।