मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य अब्दुल रहीम कुरैशी किताब दावा  

नई दिल्ली: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य अब्दुल रहीम कुरैशी ने अपनी किताब में भगवान राम के जन्म के बारे में नया दावा किया है। किताब में चौंकाने वाले दावे किए गए हैं। दावे के मुताबिक भगवान राम का जन्म अयोध्‍या नहीं, बल्कि नॉर्थ-वेस्‍ट इंडिया में हुआ था, जो कि अब पाकिस्‍तान है।

कुरैशी ने ‘फैक्ट्स ऑफ अयोध्या एपिसोड (मिथ ऑफ राम जन्मभूमि)’ शीर्षक से किताब लिखी है। किताब में उन्होंने लिखा है कि भगवान राम का जन्म भारत के अयोध्या में नहीं, बल्कि डेरा इस्माइल खान में हुआ था जो बंटवारे के बाद पाकिस्तान में है।

अब्‍दुल रहीम कुरैशी ने अपनी किताब में लिखा है कि भगवान राम का जन्‍म या उनका साम्राज्‍य गंगा के मैदानी क्षेत्र में था। राम के साम्राज्‍य की पहचान सप्‍त सिंधु के जरिए की गई है और ये क्षेत्र तो हरियाणा-पंजाब से लेकर पाकिस्‍तान और पूर्वी अफगानिस्‍तान तक फैला हुआ है।

इस किताब में लिखा गया है कि हिंदू धर्म में युगों की जो मान्यता है, उसके मुताबिक श्रीराम का जन्म 24वें या 28वें त्रेता युग में माना जाता है। यानी यह समय करीब 1.8 करोड़ साल पहले का है। दुनियाभर में कहीं भी इतने पुराने युग के कोई अवशेष नहीं हैं। यानी किताब के जरिए भगवान राम के 180 लाख साल पहले पैदा होने का दावा किया गया है।

दूसरी तरफ रामायण में लिखी गई जगहों के मुताबिक राम का जन्म 5561 ईसा पूर्व से 7323 ईसा पूर्व से बीच का माना जाता है। लेकिन यूपी के अयोध्या और आसपास के इलाकों में 600 ईसा पूर्व से पहले के कोई सबूत नहीं मिलते।