नई दिल्ली: मिस्बाह उल हक ने इंग्लैंड के खिलाफ आबूधाबी में खेली जा रही टेस्ट सीरीज़ के बाद टेस्ट से संन्यास लेने के संकेत दिए थे, लेकिन पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड ने मिस्बाह उल हक से अगले साल तक टेस्ट टीम के कप्तान बने रहने की गुजारिश की है। मिस्बाह अगले साल 42 साल के हो जाएंगे, लेकिन पीसीबी ने उनसे 2016-2017 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ होने वाली सीरीज़ तक उनसे कप्तान बने रहने को कहा है। पीसीबी के चेयरमैन शहरयार ख़ान ने भी इसकी पुष्टि की है।

शहरयार ख़ान ने लाहौर में मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा है, ‘हमने मिस्बाह से एक साल तक संन्यास का फ़ैसला टालने को कहा है। अगले साल इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दौरे को देखते हुए मिस्बाह जैसे अनुभवी खिलाड़ी का टीम में रहना जरूरी है।’

मिस्बाह उल हक पहले ही टी-20 और वनडे फॉरमेट से संन्यास ले चुके हैं, लेकिन टेस्ट मैचों में उनके खेल पर उम्र का असर नहीं दिखा है। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मौजूदा सीरीज़ की चार पारियों में मिस्बाह उल हक ने 3, 51, 102, 87 रन की पारी खेली है।

मिस्बाह उल हक ने पीसीबी के अनुरोध पर विचार करने की बात कही है। उन्होंने कहा है, ‘फ़िटनेस बड़ा मसला नहीं है,  लेकिन मैं देखना चाहूंगा कि खेल में मेरी कितनी दिलचस्पी बची रहती है। मैं टीम पर बोझ नहीं बनना चाहता हूं। मैं देखूंगा कि टीम के लिए कितना योगदान दे सकता हूं. अगले एक-डेढ़ महीने में इसका आकलन करूंगा।’

मिस्बाह उल 19 टेस्ट जीतों के साथ पाकिस्तान के सबसे कामयाब टेस्ट कप्तान भी हैं। वैसे वे अब तक 60 टेस्ट मैचों में 48 से ज्यादा की औसत के साथ 4243 रन बना चुके हैं, लेकिन कप्तान के तौर पर 41 टेस्ट मैचों में उनकी बल्लेबाज़ी का औसत 56 से ज्यादा का है।