लखनऊ: पसमांदा मुस्लिम समाज के प्रदेश अध्यक्ष वसीम राईनी मंत्रिमंडल में फेर बदल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुछ जनाधारहीन नेताओं को मंत्रालयों की बागडोर सौंपी दी गयी है, यदि मंत्रिमंडल में पिछड़े मुसलमानों को स्थान दिया जाता तो समाजवादी पार्टी के लिए 2017 के विधान सभा चुनावों में अत्यन्त लाभकारी होता क्योंकि प्रदेश का पिछड़ा मुसलमान समाजवादी पार्टी  के प्रति पूरी तरह समर्पित है। 

राईनी ने कहा कि सरकार बनने से लेकर अब तक पिछड़े मुसलमानों से किये गये वादों को पूरा नहीं किया गया, न तो रोज़गार दिया गया और न ही व्यवसाय हेतु अवसर प्रदान किया। प्रदेश की कुल मुसलमान आबादी का 85 प्रतिशत मुसलमान पिछड़ी जातियों से है परन्तु समाजवादी पार्टी की सरकार ने न्याय नहीं किया एवं हमेशा नजरअंदाज किया है। 

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री महबूब अंसारी ने कहा कि सरकार में शामिल अगड़ी जातियों के मुस्लिम लीडर पिछड़े मुसलमानों के नौकरियों में आरक्षण पर मौन है क्योंकि इसका लाभ सिर्फ पिछड़े मुसलमानों को होगा। हिन्दू पिछड़ी जातियों को उनकी संख्या के आधार पर सरकार में भागीदारी दी जाती है परन्तु पिछड़े मुसलमानों की बात आती है तो सिर्फ अगड़ी जाति के मुसलमानों की ही बात की जाती है और पिछड़े मुसलमानों के हक पर डाका डाला जाता है। इसलिए हमारी मंाग है कि जिस प्रकार हिन्दू पिछड़ी जातियों को हर क्षेत्र में भागीदारी दी जाती है उसी प्रकार मुसलमान पिछड़ी जातियों को हर क्षेत्र में भागीदारी दी जाय।