लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में बडे पैमाने पर हो रही साम्प्रदायिक हिंसा के लिए सपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया। पार्टी प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने सपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सपा सरकार कानून -व्यवस्था के  फ्रन्ट पर बुरी तरह से फेल है। सपा सरकार ने दगांे को गांव-गांव  पहुुॅचाया। पिछले दो दिनों में उत्तर प्रदेश का शायद ही कोई कोना हो जहां  साम्प्रदायिक ंिहंसा न हुई हो। 

डाॅ0 मिश्र ने आरोप लगाया कि दंगाइयों का मनोबल इतना ऊंचा है कि उन्होंने कानपुर में दो दरोगाओं को गोली मार दी। बदायूं  में बवाल, पथराव और फायरिंग में दरोगा घायल हुआ। कानपुर में डी0एम0, एस0पी0 और आई0 जी के साथ धक्का मुक्की  यह सिद्ध करती है कि पुलिस-प्रशासन और सरकार के हौसले पस्त है।

प्रवक्ता डाॅ मिश्र ने कहा कि पूरा प्रदेश साम्प्रदायिक हिंसा में जल रहा है और मुख्यमंत्री नीरों की तरह बंसंी बजा रहे है। पूर्वाचल से लेकर पश्चिम  तक हिंसा की आग में धहक उठा हैं फतेहपुर, कन्नौज, बांदा, के बाद पुलिस प्रशासन की नासमझी से कानपुर  साम्प्रदायिकता  की आग में जल उठा। कल उन्नाव, शुक्लागंज बदायू, मुरादाबाद, बरेली, सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़, सन्तकबीरनगर, कुशीनगर, बस्ती, जौनपुर के खेतसराय में जबर्दस्त हिंसा , मारपीट आगजनी व तोड़फोड़  हुई। 

डाॅ0 मिश्र ने आरोप लगाया कि बलिया के हल्दी गांव तथा गाजीपुर के ताजिया जुलूस में पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगे। मुजफ्फरनगर के जानसठ के क्षेत्र में दो शिया समुदाय आपस में टकारा गये और हिंसक  हो उठे । मुरादाबाद के मैनाठेर कस्बे में, आगरा, पुराने लखनऊ ओर सम्भल  में साम्प्रदायिक हिंसा की वारदाते हुई । प्रदेश व्यापी साम्प्रदायिक ंिहंसा हुई। सपा सरकार ने हिंसा को प्रदेश भर में फैलाने का सामान मुहैया कराया । 

प्रवक्ता डाॅ0 मिश्र ने आरोप लगाया कि जब से सपा सरकार आई है प्रदेश में सैकडो साम्प्रदायिक हिंसा की वारदातें हो चुकी है। मात्र वर्ष 2013 में 265 साम्प्रदायिक हिंसा की वारदातें हुई थी। प्रदेश की सपा सरकार, पुलिस और प्रशासन साम्प्रदायिक हिंसा रोकने में पूरी तरह से नाकाम  है। सपा सरकार की निष्क्रियता और तुष्टिकरण की कीमत प्रदेश की आम जनता चुका रही है।