कानपुर। उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी कानपुर में सांप्रदायिक सौहार्द के बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी  के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर लक्ष्मीकांत बाजपेयी को शनिवार शहर आने से पहले ही पुलिस ने नजरबंद कर लिया। पुलिस ने उनके पास से मोबाइल व अन्य सूचना संसाधनों को अपने कब्जे में कर लिया है।

प्रदेश अध्यक्ष के नजरबंद किए जाने की सूचना पर बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता भी पंहुच गए। फतेहपुर के मंडवा में दुर्गा विसर्जन को लेकर दो समुदायों में मारपीट हो गई थी जिसमें एक की मौत भी हो गई थी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी पीडित परिवार से मिलने गए थे । फतेहपुर से कन्नौज के लिए जा रहे बाजपेयी को रास्ते में शहर में हुए बवाल की जानकारी मिली। इसके बाद उन्होंनें शहर आने का फैसला किया।

पुलिस को जानकारी होने पर प्रदेश अध्यक्ष को चकेरी में रोक लिया। यही नहीं उनका किसी से संपर्क न हो सके, इसलिए उनका मोबाइल व अन्य सूचना संसाधनों को भी जब्त कर लिया है। भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष बालचन्द्र मिश्रा ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष को पुलिस कंहा ले गई है कुछ पता नहीं है। अगर जल्द ही पुलिस उनकी सूचना नहीं देती है, इस दौरान कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी पुलिस की ही होगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ माथुर ने बताया कि सुरक्षा की द्यष्टि से उन्हे रोका गया है, जल्द ही उन्हें कन्नौज के लिए रवाना कर दिया जाएगा।