कानपुर : शहर में एक पोस्टर फटने से उपजे विवाद ने उग्र रूप धारण कर लिया और पुलिसकर्मियों पर अज्ञात लोगों के कथित रूप से गोली चलाने से दो इंस्पैक्टर घायल हो गए। दोनों समुदायों के बीच टकराव से उपजे हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया तथा आंसू गैस के गोले छोड़े। इस संबंध में एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया और शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है।

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि शनिवार सुबह फजलगंज के दर्शन पुरवा में एक पोस्टर फटा देखकर एक समुदाय के लोग नाराज हो गए और उस इलाके से आज मुहर्रम का ताजिया नहीं निकलने देने की धमकी दी, जिसके बाद प्रशासन ने दोनो पक्षों के धार्मिक नेताओं के बीच सुलहनामे पर दस्तख्त कराकर दोनो पक्षों को शांत करने का प्रयास किया।

इस बीच दोपहर में उग्र भीड़ ने पथराव और नारेबाजी की, जिसपर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने लाठियां चलाई और आंसू गैस के गोले छोड़े । देखते देखते यह टकराव शहर के कई इलाकों में फैल गया। इस दौरान पुलिस ने एक दर्जन लोगों को हिरासत में ले लियां शर्मा ने बताया कि शाम को इंस्पेक्टर बादशाही नाका डीके सिंह और एक अन्य इंस्पेक्टर एम पी शर्मा भन्नापुरवा इलाके में सुरक्षा की स्थिति पर नजर रख रहे थे। इसी बीच किसी ने इन दोनो पुलिस इंस्पेक्टरों पर गोली चला दी जिससे दोनो इंस्पेक्टर घायल हो गये। उन्हें तुरंत मेडिकल कालेज भेजा गया जहां उनकी हालत स्थिर बतायी जाती है।

उन्होंने बताया कि हालात पर काबू पाने के लिए शहर में धारा 144 लगा दी गई है और पुलिस को हाईअलर्ट पर रखा गया है। पुलिस के साथ पीएसी और सीआईएसएफ की एक टुकड़ी भी लगायी गयी।

शर्मा के अनुसार शहर के कुछ इलाके में हालात थोड़े खराब हैं बाकी पूरे शहर में शांति है। शहर में मुहर्रम के सभी ताजिये सुरक्षित करबला पहुंचा दिये गये हैं। अफवाह फैलने से रोकने के लिये सोशल मीडिया पर पाबंदी जैसे सख्त इंतजाम किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो भी लोग अफवाह फैलाते या माहौल बिगाड़ते पकड़े जायेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी शलभ माथुर के अनुसार पूरे शहर में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है तथा शहर के सभी समस्याग्रस्त इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। उन्होंने कहा स्थिति तनाव पूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।