नई दिल्ली। मशहूर साहित्यकार गुलजार चुनावी माहौल में बिहार पहुंचे थे। एक टीवी पर बातचीत में मशहूर गीत लेखक गुलजार ने कहा कि, “मुझे लगता है साहित्यकारों का विरोध की आवाज उठाना बिल्कुल सही है। साहित्यकारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है सियासत को साहित्यकार की आवाज नहीं दबानी चाहिए।”

उन्होंने कहा कि, “मैं बिहार में सियासत करने नहीं बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रम का हिस्सा बनने आया था। बिहार चुनाव का असर देश की सियासत पर पड़ेगा।” बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर पूछे गए सवाल पर गुलजार ने कहा, “मुझे नीतीश कुमार का काम अच्छा लगा, लेकिन आगे का कुछ भी अभी कहा नहीं जा सकता।”

गौरतलब है कि आज कल साहित्यकार बनाम सरकार की लड़ाई जोर पकड़ रही है। यह शुक्रवार को तो यह मुद्दा सड़कों पर उतर आया, लेखकों ने सड़कों पर आकर एक ओर सरकार का समर्थन किया तो दूसरी ओर विरोध किया। गुलजार ने कहा है कि साहित्यकारों की हालत के लिए सरकार जिम्मेदार है। गुलजार ने मोदी सरकार के लिए कहा है कि मंसूबे तो उनके अच्छे हैं लेकिन काम आम आदमी तक पहुंचेगा तब पता लगेगा।