लखनऊ: अधिकारियों की लापरवाही के कारण सिंचाई के आभाव में यदि किसानों की फसल सूखती है तो संबंधित अभियन्ताओं के खिलाफ कठोरतम् कार्यवाही अमल में लायी जायेगी, यह सख्त निर्देश उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण, सिंचाई, सहकारिता एवं राजस्व मंत्री  शिवपाल सिंह यादव ने आज सिंचाई विभाग के मुख्यालय सभागार में आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैंठक में दिये। श्री यादव ने सरकार के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि हर खेत को समय से मिले पानी नदियां/नहरें बने जीवनदायिनी का अक्षरता अनुपालन हमारी सर्वाेच्चय प्राथमिकता है।

सिंचाई मंत्री ने कहा जैसा कि पूर्व की बैठकों में स्पष्ट किया जा चुका है कि नहरों की सफाई में किसी तरह की लापरवाही बर्दास्त् नही की जायेगी उन्होंने कहा सिल्ट की सफाई कराकर सिंचाई क्षमता की वृद्धि करना विभाग का मुख्य उदद्ेश्य है और इसकी प्रतिपूर्ती समय से की जाये ताकि किसानों की फसल को समय से पर्याप्त पानी मिले और उन्हे किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पडे़। श्री यादव ने कहा कि बाढ और सूखा हमारे समाने दो चुनौतियां हमेशा खडी रहती है इसके समाधान के लिए विभाग को समय से बाढ नियंत्रण और सूखा राहत कार्य योजना तैयार करनी चाहिए ताकि इन आपदाओं के आने से पूर्व ही इन से बचाव की रणनीति तैयार रहे। आपने निर्देशित किया कि नहरों और राजकीय नलकूपों से बिना किसी रूकावट के किसानों को समय से पानी मिलता रहें इसके लिए मुख्य अभियन्ता स्तर के अधिकारियों को निरन्तर भ्रमण करके सिंचाई व्यवस्था पर नजर रखनी होगीं।

बैठक मे सचिव सिंचाई एव जल संसाधन अनिल कुमार सागर, विशेष सचिव सिंचाई ऐ0के0 सिंह तथा भवानी सिंह खंगारोत व योगेश कुमार शुक्ला, सयुक्त सचिव पी0पी0 पाण्डेय के अतिरिक्त प्रमुख अभियन्ता/विभागाध्यक्ष डी0के0 डुडेजा, प्रमुख अभियन्ता आदेश कुमार गोयल व श्री वर्मा सहित अन्य मुख्य अभियन्ताओं, अधीक्षण अभियन्ताओं ने भाग लिया। बैठक का संचालन सचिव सिंचाई अनिल कुमार सागर ने किया।